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नई दिल्ली : फिडे विश्व कप में असाधारण प्रदर्शन करने वाले आर प्रज्ञानानंदा (Praggnanandhaa) को उम्मीद है कि इससे लोग भारतीय शतरंज पर गौर करने लगेंगे। प्रज्ञानानंदा को बाकू में हुए फिडे विश्व कप फाइनल में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने टाइब्रेक में हराया। भारत के इस उदीयमान धुरंधर ने बाकू से कहा कि फाइनल में पहुंचकर बहुत अच्छा लगा। मैं आज जीत नहीं सका लेकिन शतरंज में यह चलता है।

 

यह पूछने पर कि क्या उन्हें अहसास है कि उन्होंने क्या हासिल किया है, उन्होंने कहा- अभी नहीं। लेकिन यह अहसास होगा। उन्होंने कहा कि यह खेल के लिए अच्छा है। मुझे खुशी है कि इतने लोग इसे देख रहे हैं। इतने बच्चे देखने आ रहे हैं। इससे और लोग शतरंज खेलने को प्रेरित होंगे। मेरा मानना है कि लोग भारतीय शतरंज पर गौर करना शुरू करेंगे। यह अच्छी बात है।

 

पिछले 2 महीने से लगातार खेल रहे प्रज्ञानानंदा ने कहा कि मैं लगातार खेल रहा हूं इसलिए मुझे इस टूर्नामेंट की तैयारी का अधिक समय नहीं मिला। मुझे अपने विरोधियों के खेल को देखने के लिये एक सप्ताह ही मिला। मुझे लगा नहीं था कि फाइनल तक पहुंच सकूंगा लेकिन मैं बहुत खुश हूं। उन्होंने कहा कि मैं थक चुका हूं और अब आराम करना चाहता हूं। सोमवार से एक और टूर्नामेंट खेलना है।