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स्पोर्ट्स डेस्का : मनु भाकर (Manu Bhaker) ने पेरिस ओलंपिक (Olympics) में भारत को पहला पदक दिलाते हुए महिला 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक (Bronze Medal) अपने नाम किया। मेडल जीतने के बाद मनु भाकर ने कहा कि मैं गीता बहुत पढ़ती हूं और इससे मुझे बहुत मदद मिली।

मनु भाकर 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक के साथ ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गई है। उन्होंने 221.7 के कुल स्कोर के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। हालांकि एक समय वह सिल्वर की दावेदार लग रही थी लेकिन अंतिम समय में कोरियाई शूटर किम येजी ने उन पर बढ़त हासिल कर ली। किम येजी ने 241.3 के स्कोर के साथ सिल्वर जीता। वहीं पहले स्थान पर एक अन्य कोरियाई शूटर ओ ये जिन रही, जिन्होंने 243.2 के साथ रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन करते हुए गोल्ड अपने नाम किया। 

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'मैं गीता बहुत पढ़ती हूं और इससे मुझे बहुत मदद मिली' 

आत्मविश्वास से भरी मनु भाकर ने कांस्य पदक जीतने के बाद ‘जियो सिनेमा' से कहा, ‘मैंने भगवत गीता काफी पढ़ी है और वही करने की कोशिश की जो मुझे करना चाहिए था। मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि तुम्हें जो करना है वो करो परिणाम की चिंता मत करो। जैसा भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कहते हैं। यह मेरे दिमाग में चल रहा था, क्योंकि हम भाग्य से नहीं लड़ सकते।' नौ बार की विश्व कप पदक विजेता ने कहा, ‘मैं कितना अच्छा महसूस कर रही हूं, आपको नहीं बता सकती।' 

तोक्यो के बाद मैं बहुत निराश थी 

मनु भाकर ने कहा, ‘तोक्यो के बाद मैं बहुत निराश थी। मुझे इससे उबरने में बहुत समय लगा। बहुत खुश हूं कि मैं कांस्य पदक जीत सकी और हो सकता है कि अगली बार इसका रंग बेहतर हो।' भाकर ने कहा, ‘मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। भारत को इस पदक का लंबे समय से इंतजार था। मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा।' इस पदक से पेरिस ओलंपिक में भारत का खाता खुल गया और साथ ही निशानेबाजी में 12 साल का इंतजार खत्म हुआ। पर हरियाणा के झज्जर की इस निशानेबाज के लिए यह सफर इतना आसान नहीं रहा। तोक्यो ओलंपिक 2021 के क्वालीफिकेशन में पिस्टल की खराबी से भाकर निराश हो गई थीं। लेकिन पिछले दो दिनों में उनका प्रयास इतना शानदार रहा जिसकी एक एथलीट से उम्मीद की जाती है।