सिडनी : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर को लगता है कि ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन की चोट अगले महीने भारत के खिलाफ होने वाली प्रतिष्ठित बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कैमरन बेनक्रॉफ्ट की टेस्ट क्रिकेट में वापसी का रास्ता खोल सकती है।
खबरों के मुताबिक ग्रीन अपनी पीठ के निचले हिस्से में स्ट्रेस फ्रैक्चर की सर्जरी के कारण भारत के खिलाफ पांच मैचों की आगामी टेस्ट श्रृंखला से बाहर हो सकते हैं। इस 25 वर्षीय तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर को पहले भी पीठ में चार बार स्ट्रेस फ्रैक्चर हो चुका है लेकिन 2019 के बाद से ऐसी कोई समस्या नहीं हुई थी। ग्रीन की अनुपस्थिति का मतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को अपने बल्लेबाजी क्रम में फेरबदल करना होगा।
टेलर ने कहा, ‘यह अजीब है, है न? कैमरन ग्रीन पिछले साल एशेज श्रृंखला के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर थे और मिचेल मार्श आए थे लेकिन ऑस्ट्रेलिया उन्हें वापस लाने के लिए बहुत उत्सुक था।' इस साल की शुरुआत में डेविड वार्नर के संन्यास के बाद बेनक्रॉफ्ट को पारी का आगाज करने का दावेदार माना जा रहा था लेकिन चयनकर्ताओं ने ग्रीन को टेस्ट टीम में वापस बुला लिया और स्टीव स्मिथ से पारी की शुरुआत कराई गई। हालांकि अनुभवी बल्लेबाज स्मिथ ने सलामी बल्लेबाज के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और टेलर का मानना है कि स्मिथ फिर से चौथे नंबर पर आ जाएंगे।
टेलर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि स्मिथ फिर से चौथे नंबर पर आ जाएंगे। तो सवाल यह है कि पारी की शुरुआत कौन करेगा? मैं दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज को मौका मिलते हुए देखना पसंद करूंगा और फिलहाल मेरे हिसाब से... मैं (उस्मान) ख्वाजा के साथ बेनक्रॉफ्ट को भी शामिल करूंगा।'
बैनक्रॉफ्ट को 2018 के गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में उनकी भूमिका के लिए 9 महीने का प्रतिबंध झेलना पड़ा था और वह पिछले दो वर्षों से शेफील्ड शील्ड में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे हैं। टेलर को लगता है कि चयनकर्ता युवा सलामी बल्लेबाज सैम कोंस्टास को भी बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए टेस्ट टीम में शामिल कर सकते हैं जिन्होंने शेफील्ड शील्ड में दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो शतक लगाए थे। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की श्रृंखला 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होगी।