मेलबर्न: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में टीम इंडिया की बल्लेबाज़ी क्रम ने सभी को चौंका दिया। भारतीय टीम ने तेज गेंदबाज हरषित राणा को शिवम दुबे से ऊपर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा, और इसी फैसले पर पूर्व भारतीय ओपनर सदागोपन रमेश (Sadagoppan Ramesh) ने टीम प्रबंधन की जमकर आलोचना की।
सदागोपन रमेश ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, “जो अच्छा खाना बनाता है, उसे ड्राइवर नहीं बनाया जा सकता, और जो अच्छा ड्राइवर है, उसे रसोइया नहीं बनाया जा सकता। इसी तरह, टीम मैनेजमेंट को हर खिलाड़ी की असली ताकत और भूमिका पर ध्यान देना चाहिए। अगर कोई गेंदबाज थोड़ा बहुत बल्लेबाज़ी कर लेता है, तो ठीक है — लेकिन उसे प्राथमिक भूमिका नहीं बनाना चाहिए।”
रमेश ने यह भी जोड़ा कि टीम मैनेजमेंट को स्पष्ट होना चाहिए कि कौन गेंद से टीम का काम करेगा और कौन बल्ले से। उनके अनुसार, “भारतीय टीम इसी स्पष्टता की कमी की वजह से पिछड़ रही है।”
मैच का हाल
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 4 विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त हासिल की। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही — आठवें ओवर तक स्कोर था 49/5। इसके बाद टीम ने चौंकाने वाला फैसला लेते हुए हरषित राणा को सातवें नंबर पर भेजा, जबकि दुबे, जो आमतौर पर उस क्रम पर बल्लेबाज़ी करते हैं, को नीचे आठवें स्थान पर उतारा गया।
हर्षित ने संघर्ष करते हुए 33 गेंदों पर 35 रन बनाए, लेकिन दुबे मात्र 2 गेंदों में 4 रन बनाकर आउट हो गए।
रमेश की नाराज़गी का कारण
रमेश के मुताबिक, टीम चयन और बल्लेबाज़ी क्रम में ये प्रयोग खिलाड़ियों के आत्मविश्वास और टीम संतुलन दोनों को प्रभावित करते हैं। उन्होंने कहा कि बल्लेबाज़ी गहराई के नाम पर गेंदबाज़ों से रन की उम्मीद करना और असली बल्लेबाज़ों को नीचे भेजना गलत सोच है।
भारत अब सीरीज में बराबरी के इरादे से 2 नवंबर को बेलरिव (निंजा स्टेडियम) में तीसरा टी20 मुकाबला खेलेगा।