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लंदनः फोर्स इंडिया फार्मूला वन टीम पर आया संकट टल गया जब इसके प्रशासकों ने निवेशकों के समूह के समर्थन वाली बोली स्वीकार कर ली और इसके साथ ही विजय माल्या की दस साल से टीम पर चली आ रही मिल्कियत भी खत्म हो गई। पिछले महीने हंगरी ग्रां प्री से पहले टीम ड्राइवर सर्जियो पेरेज द्वारा की गई कानूनी कार्रवाई के बाद टीम को प्रशासन में डाला गया था।

प्रशासक ज्यौफ रोले द्वारा जारी बयान के मुताबिक टीम प्रबंधन, संयुक्त प्रशासकों और कनाडा के अरबपति लारेंस स्ट्रोल की अगुवाई में निवेशकों के समूह के बीच करार के बाद फोर्स इंडिया की सभी 405 नौकरियां सुरक्षित हैं। फोर्स इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी ओत्मार स्जाफनोर ने कहा, ‘‘इससे फार्मूला वन में फोर्स इंडिया का भविष्य सुरक्षित हो गया है और हमारे रेसर अब पूरी ताकत से भाग ले सकेंगे।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘मैं विजय माल्या और सहारा समूह को उनके सहयोग के लिये धन्यवाद देना चाहूंगा।’’ माल्या और सहारा दोनों के फोर्स इंडिया में 42.5 प्रतिशत अंश थे। भारत फिलहाल बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के बकाया रिणों को लेकर ब्रिटेन से माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश में है।