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लखनऊ : भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) ने स्वीकार किया कि लगातार हार से बौखलाई इंग्लैंड रविवार को होने वाले विश्व कप मुकाबले में कड़ी टक्कर दे सकती है, इसलिए भारतीय टीम उनको हल्के में आंकने की भूल कतई नहीं करेंगे। राहुल ने कहा कि यह सही है कि इंग्लैंड के लिए मौजूदा विश्व कप अब तक आशा के अनुरूप नहीं रहा है। 2019 की विश्व कप चैंपियन टीम लगातार मैच हार रही है मगर यह भी सच है कि इंग्लैंड के खिलाड़ी कभी भी वापसी कर सकते हैं। उनके पास विश्व स्तरीय गेंदबाज और बल्लेबाज हैं। इसलिए हम उनको पूरी गंभीरता से लेंगे।

 

इकाना स्टेडियम के साथ जुड़ी यादों को ताजा करते हुए उन्होंने कहा कि चोट के बाद पुनर्वास (रिहैब) करना सबसे दर्दनाक हिस्सा होता है। इसके बाद आपको फ़टि और मज़बूत होने की कोशिश करनी पड़ती है। साथ ही आपको खु़द को आश्वस्त करना है कि ऐसा दोबारा नहीं होगा। यह मानसिक रूप से बहुत ही ज़्यादा चुनौतीपूर्ण होता है। जब मैं चोटिल हुआ तो यह स्पष्ट रूप से निराशाजनक था। मैं बहुत गुस्से में था। उस चोट ने जाहिर तौर पर मुझ पर और मेरे करियर पर बहुत बड़ा प्रभाव डाला। यह मेरे लिए और मेरे परिवार के लिए इतना खु़शी का क्षण नहीं था। अब मैं अपने इस छोटे से करियर में कई चोटों से गुजर चुका हूं। किसी भी एथलीट के लिए बार-बार घायल होना और सर्जरी करवाना बहुत अच्छा एहसास नहीं है। सबसे पहले तो यह काफी कुछ सिखाने वाले अनुभव होता लेकिन इसके अलावा यह बहुत दर्दनाक भी होता है।

 

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राहुल ने कहा कि वह दर्द शारीरिक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव छोड़ता है। लेकिन मुझे इसका महत्त्व काफी बाद पता चला जब मैं बेंगलुरु में था। मुझे आभास हुआ कि मुझे गेम से एक ब्रेक की ज़रूरत थी। मेरे मन में काफ़ी हलचल थी और मेरे करियर में पहली बार मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था।


गौरतलब है कि के एल राहुल आईपीएल में चोटिल होने के बाद पहली बार लखनऊ के मैदान में फिर से वापसी कर रहे हैं। आईपीएल में लखनऊ सुपर जायंट्स की कप्तानी करने वाले राहुल मई की शुरुआत में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के ख़लिाफ़ खेले गए एक मैच के दौरान क्षेत्ररक्षण करते हुए चोटिल हो गए थे। इसके बाद उन्हें आईपीएल, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल और वेस्टइंडीज टूर से बाहर रहना पड़ा था।

 

सूर्य कुमार यादव के अंतिम एकादश में शामिल होने की संभावनाओं के बारे में पूछे गए एक सवाल पर उन्होने कहा कि अंतिम एकादश का फैसला कप्तान और टीम प्रबंधन के हाथ में है।