स्पोर्ट्स डेस्क: पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने खुलासा किया है कि आखिरकार उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास क्यों लिया। भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजो में से एक माने जाने वाले द्रविड़ ने 164 टेस्ट मैच खेले, 13288 रन बनाए और 36 शतक लगाने के बाद अपने अविश्वसनीय करियर का अंत किया। द्रविड़ ने बताया कि उनका फैसला दृढ़ था और एक विशेष श्रृंखला के तुरंत बाद लिया गया था।
अश्विन के शो में जब उनसे पूछा कि क्या कोई खास पल था जिसने उन्हें यह फैसला लेने के लिए प्रेरित किया तो द्रविड़ ने मज़ाकिया लहजे में कहा, 'हा, जब मैंने एमसीजी में आपकी गेंद पर माइकल हसी का कैच छोड़ा था। यह मेरे जीवन में अब तक छोड़े गए सबसे आसान कैचो में से एक था।'
द्रविड़ ने याद करते हुए आगे कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वह पल था। लेकिन आप जानते है कि आगे बढ़ने का समय आ गया है। मुझे सीरीज खत्म होने के बाद पता था, लेकिन मैं भावुक होकर कोई फैसला नहीं लेना चाहता था।'
द्रविड़ ने आगे कहा, 'मैं कई युवा खिलाड़ियो को उभरते हुए देख सकता था। विराट और रोहित जैसे खिलाड़ी आ रहे थे। विराट ने शानदार सीरीज खेली थी। रोहित ने उस सीरीज में एक भी टेस्ट मैच नही खेला था। पुजी ने कुछ रन बनाए थे लेकिन वह एसीएल की चोट से उबर रहे थे। रहाणे अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। 4-5 खिलाड़ी उभर रहे थे, और मैं देख सकता था कि वे युवा भारतीय क्रिकेटरों की अगली पीढ़ी बनने वाले है। मुझे लगा कि मैंने अपना समय पूरा कर लिया है, जितना हो सके उतना खेला है, और टीम को जहां तक हो सके आगे ले गया हूं।'