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नई दिल्ली : पूर्व आक्रामक बल्लेबाज सुरेश रैना ने टी20 विश्व कप में जीत के लिए बेखौफ बल्लेबाजी की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि भारतीय टीम को अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने वाले इस टूर्नामेंट में जीत की संभावना को बढ़ाने के लिए यशस्वी जायसवाल और शिवम दुबे को अंतिम एकादश में जगह देना चाहिए। 

खब्बू बल्लेबाज रैना ने शुक्रवार को यहां कहा कि अमेरिका और वेस्टइंडीज की धीमी पिचों पर विराट कोहली टीम के लिए तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए ज्यादा कारगर होंगे। रैना ने यहां तीन जुलाई से इंग्लैंड में आयोजित होने वाले पूर्व क्रिकेटरों के टूर्नामेंट ‘वर्ल्ड चैम्पियनशिप ऑफ लीजेंड्स' के लिए भारतीय लीजेंड टीम की घोषणा के मौके पर कहा, ‘मैं पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टी20 श्रृंखला देख रहा था। इसमें इंग्लैंड की टीम बेखौफ क्रिकेट खेल रही थी।  इस प्रारूप में कुछ भी संभव है। यह बेखौफ होकर खेलने वाला प्रारूप है। जो बेखौफ खेलेगा वही जीतेगा।' 

भारतीय टीम के लिए 78 टी20 अंतरराष्ट्रीय में 29.18 की औसत से 1605 रन बनाने वाले रैना ने कहा, ‘अमेरिका में सबसे बड़ी चुनौती समय के साथ सामंजस्य बैठाने की होगी। हमें सुबह 10 बजे से मैच खेलने हैं और हम सफेद गेंद से इतनी सुबह खेलने के आदी नहीं है। यह थोड़ा चुनौती पूर्ण होगा। वहां की पिचों भी धीमी होंगी।' 

रैना ने सवाल के जवाब में कहा कि टीम की अंतिम एकादश में जायसवाल और दुबे दोनों को जगह मिलनी चाहिए लेकिन इसके लिए कप्तान को कुछ कठिन फैसले लेने होंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं चाहूंगा कि जायसवाल टीम में हो। विराट को तीसरे क्रम पर खेलना चाहिए। वहां की पिचें धीमी होगी ऐसे में आपको दौड़कर रन चुराने वाले एक बल्लेबाज की जरूरत होगी। विराट को ‘रन मशीन' और ‘चेज मास्टर' कोहली बोलते है। टीम में आखिरी ओवरों के लिए ऋषभ पंत और शिवम दुबे जैसे बड़े शॉट खेलने वाले बल्लेबाज है।' 

उन्होंने कहा, ‘जायसवाल युवा है और वह बेखौफ क्रिकेट खेलता है। दुबे को भी किसी तरह से टीम में जगह देना होगा। वह जिस तरह से खड़े-खड़े छक्के लगाता है उस तरह की क्षमता बहुत कम खिलाड़ियों के पास है। इससे पहले हमने युवराज सिंह और (महेंद्र सिंह) धोनी भाई को ऐसा करते देखा है।' उन्होंने कहा, ‘शिवम दुबे तुरुप का इक्का है लेकिन जायसवाल की मौजूदगी में उसे जगह मिलना मुश्किल होगा।' 

भारत के लिए सभी प्रारूपों में लगभग 8000 रन बनाने वाले इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, ‘कप्तान (रोहित शर्मा) को यह मुश्किल फैसला लेना होगा। मेरी समझ से उसे एकादश में रहना चाहिए उसके पास टीम के लिए 20-30 अतिरिक्त रन बनाने की क्षमता है।' इस मौके पर पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने बायें हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को स्विंग पर ज्यादा निर्भर नहीं रहने की सलाह दी। 

बाए हाथ के इस गेंदबाज ने कहा, ‘अर्शदीप का आईपीएल में अच्छे से इस्तेमाल नहीं हुआ। गेंदबाजों का इस्तेमाल काफी कुछ कप्तान की योजना पर निर्भर करता है। अमेरिका में सुबह 10 बजे की मैच की बात करे तो यहां गेंदबाजों को ‘शॉट ऑफ गुडलेंथ' का इस्तेमाल करना होगा। शायद ज्यादा स्विंग देखने को ना मिले लेकिन गेंदबाजों को यॉर्कर, स्लोवर गेंद, कटर जैसी विविधता का इस्तेमाल करना होगा। अगर अर्शदीप ऐसा करता है तो वह कारगर होगा।' 

उन्होंने कहा, ‘हमने अमेरिका में खेला है और वहां की पिचें थोड़ी धीमी होती है। अगर वहां मौसम अनुकूल रहा तो थोड़ा टर्न मिलेगा। विश्व कप में काफी कुछ भारतीय हरफनमौला खिलाड़ियों की गेंदबाजों पर निर्भर करेगा। हम अपने अनुभव पर कह सकते है कि (चार) स्पिनरों का चयन का फैसला अच्छा है।' उन्होंने हार्दिक पंड्या का समर्थन करते कहा, ‘हार्दिक का आईपीएल अच्छा नहीं गया ऐसे में वह खुद भी अच्छी गेंदबाजी करना चाहेगा। उसकी गेंदबाजी टीम के लिए काफी अहम है। उसकी गेंदबाजी से टीम का संयोजन सही बनेग। उसे एक-दो नहीं पूरे चार ओवर गेंदबाजी करनी चाहिए। वह आईपीएल मे चार ओवर डालते थे इस लिए चोट की कोई समस्या नहीं है।