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स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर अमनजोत कौर (Amanjot Kaur) ने वर्ल्ड कप 2025 के दौरान अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस से सबका दिल जीत लिया। लेकिन उनके परिवार के लिए यह टूर्नामेंट भावनात्मक रूप से बेहद कठिन रहा। अमनजोत की दादी भगवंती कौर को टूर्नामेंट के बीच में हार्ट अटैक आया था, जिसकी जानकारी उनके पिता भूपिंदर सिंह ने बेटी से छिपाई ताकि उसका ध्यान सिर्फ टीम की जीत पर बना रहे।

फाइनल में अमनजोत ने बल्ले या गेंद से ज़्यादा कमाल नहीं दिखाया, लेकिन फील्डिंग में उनका योगदान मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। 42वें ओवर में उन्होंने लॉरा वोल्वार्ट का अहम कैच पकड़कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।

अमनजोत कौर के पिता भूपिंदर सिंह ने बताया, 'मेरी मां हमेशा अमनजोत की ताकत रही हैं। जब वह सड़क पर लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती थी, मां हमेशा उसका साथ देती थीं। इस बार हम सब अस्पताल में उनकी देखभाल में व्यस्त थे, लेकिन भारत की जीत ने हमारे लिए बड़ी राहत दी है।'

उन्होंने यह भी कहा कि दादी के ठीक होते ही परिवार इस जीत का जश्न धूमधाम से मनाएगा।

अमनजोत की क्रिकेट यात्रा भी प्रेरणादायक रही है — मोहाली की गलियों से लेकर मुंबई इंडियंस और टीम इंडिया तक। उनके कोच नागेश गुप्ता ने शुरू से ही उनमें एक बेहतरीन ऑलराउंडर की झलक देखी थी।