चेन्नई : भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने मंगलवार को कहा कि मुख्य कोच गौतम गंभीर अतीत में अपने खिलाड़ियों के बचाव के लिए ही आक्रामक होते नजर आए हैं। कार्तिक ने कहा कि गंभीर की आक्रामकता कभी भी गैर जरूरी नहीं थी। उन्होंने यहां लीजैंड्स लीग क्रिकेट के एक कार्यक्रम से इतर कहा कि वह अपने खिलाड़ियों के बचाव के लिए ही आक्रामक होता रहा है। मौजूदा दौर के खिलाड़ी इसका आनंद उठाएंगे। वह बिना वजह क्रोधित नहीं होता।
कार्तिक ने कहा कि मुझे यकीन है कि जब भी जरूरत होगी, वह सख्ती से पेश आएगा। ऐसा खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने के लिए ही होगा। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश के खिलाफ बृहस्पतिवार से शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला से पहले टेस्ट क्रिकेट में कोचिंग का अनुभव नहीं होना गंभीर के जेहन में होगा। उन्होंने कहा कि उसने कई टी20 टूर्नामेंटों में कोचिंग की है लेकिन बतौर कोच यह टेस्ट श्रृंखला उसके लिए नई होगी और यह उसके जेहन में जरूर होगा। वह खेल की नब्ज समझता है जो एक कोच के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
कार्तिक ने बांग्लादेश के खिलाफ भारत की आगामी श्रृंखला के बारे में भी बात की और दोनों टीमों के लिए चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश की हालिया सफलता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश बहुत आत्मविश्वास के साथ इसकी शुरुआत करेगा। (भारत के लिए) यह समझने की बात है कि वे थोड़ी अलग बांग्लादेश टीम से खेल रहे हैं। लेकिन, भारत में भारत को हराना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि कई टीमें भारत आई हैं और उन्हें यह चुनौतीपूर्ण लगा है और बांग्लादेश को भी अगले कुछ हफ्तों में अपनी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कड़ी प्रतिस्पर्धा की भविष्यवाणी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर भी चर्चा की।