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स्पोर्ट्स डेस्क: भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को लेकर बहस थमने का नाम नही ले रही है। एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में दो टेस्ट मैच में उनकी अनुपस्थिति की आलोचना की गई। कई लोगो ने बुमराह को अपने शरीर की बात सुनकर आराम देने के लिए सराहना की, वही कुछ ने अतिरिक्त प्रयास न करने के लिए उनकी आलोचना की।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए टीम इंडिया के पूर्व फिजियो जॉन ग्लोस्टर का मानना है कि बुमराह एक एथलीट की तरह जानते है कि उन्हें क्या करना है। ग्लोस्टर ने कहा, 'देखिए, मुझे पता है कि यह इस समय बहुत विवादास्पद विषय है और मैं ज्यादातर विवादास्पद विषयो पर खुशी खुशी बात करूंगा। मुझे लगता है कि आखिरकार एथलीट खुद को किसी से भी बेहतर जानता है।'

ग्लोस्टर ने आगे कहा, 'आजकल ज्यादातर एथलीट जिनके पास अच्छी स्पोर्ट्स टीमे है वे उन्ही लोगो से सलाह ले रहे है। लेकिन सहज रूप से ज्यादातर एथलीट जानते है कि क्या सही है और क्या गलत। और वह एक परिपक्व एथलीट है। वह एक चतुर व्यक्ति है जो अच्छी तरह जानते है कि वह क्या कर रहे है।'

ग्लोस्टर ने कहा कि वह नही चाहते कि बुमराह हर सीरीज खेले। उनका मानना है कि इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पीठ की चोट के बाद 31 वर्षीय बुमराह ने शानदार वापसी की है। इस पर ग्लोस्टर ने कहा, 'और मुझे लगता है कि दस में से नौ बार परिपक्व एथलीट जिन्हें अच्छा समर्थन मिलता है, वे सही फैसले लेते है। और हमें अगली सीरीज या उसके बाद की सीरीज के लिए बुमराह के बारे में नही सोचना है। हमें अगले दो से तीन सालो तक बुमराह के बारे में सोचना होगा।'

'वह जानते है कि उनका करियर, उनके करियर की लंबाई, उनका खेल जीवन, सही सलाह और परामर्श से ही तय होगा। यह ऐसा ही होगा। और वह जानते है कि ऐसे हालात भी आएंगे जब उनको अपने लिए फैसले लेने होंगे ताकि उनका करियर सबसे अच्छा और लंबा हो।'