मैनचेस्टर: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) परंपरा से हटकर इस वैश्विक संस्था के प्रमुख के बजाय किसी पूर्व दिग्गज खिलाड़ी को विश्व कप ट्राॅफी प्रदान करने के लिए आमंत्रित कर सकता है। वर्तमान परंपरा के अनुसार लार्ड्स में 14 जुलाई को होने वाले फाइनल के विजेता को मौजूदा चेयरमैन शशांक मनोहर को ट्राॅफी सौंपनी चाहिए। लेकिन अगर भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर या पिछली बार के विजेता कप्तान माइकल क्लार्क ट्राॅफी प्रदान करते हैं तो किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए।
रिपोर्टों के अनुसार कमाल को पिछली बार इसलिए ट्राफी प्रदान करने के सम्मान से वंचित किया गया था क्योंकि उन्होंने क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश की भारत के हाथों हार के लिए गलत अंपायरिंग को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने इस घटना के बाद आईसीसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सचिन तेंदुलकर के विश्व क्रिकेट में कद को देखते हुए ट्राॅफी प्रदान करने के लिए उनके नाम की भी चर्चा है।
ऐसी भी संभावना है कि ब्रिटिश शाही परिवार का किसी सदस्य को ट्राॅफी प्रदान करने के लिए बुलाया जाए। आईसीसी में इस घटनाक्रम से अवगत बीसीसीआई सूत्रों ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘हमने देखा था कि 2015 में जब परंपरा से हटकर आईसीसी के तत्कालीन अध्यक्ष मुस्तफा कमाल के बजाय तत्कालीन चेयरमैन एन श्रीनिवासन ने विजेता ट्राॅफी सौंपी थी तो तब कितना बवाल उठा था।'