खेल डैस्क : विदर्भ को पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचाकर कप्तान करुण नायर बेहद खुश दिखे। सीरीज के 8 मुकाबलों में 752 रन बनाकर टॉप स्कोरर चल रहे करुण ने सेमीफाइनल मुकाबले में भी महाराष्ट्र के सामने 88 रनों की तेजतर्रार पारी खेली और अपनी टीम को 380 रन तक पहुंचा दिया जहां से महाराष्ट्र के लिए जीत नमुमकिन सी हो गई। मैच जीतने के बाद करुण नायर ने टीम पर कहा कि यह एक विशेष इकाई है। यह एक अद्भुत यात्रा रही है, हमें अभी एक और सीढ़ी चढ़नी है। सभी ने योगदान दिया, एक-दूसरे की सफलता से बहुत खुश हैं। एक और खेल बाकी है अगर जीत गए तो केक पर आइसिंग की तरह होगा। टीम जीत में योगदान चाहे छोटा हो या बड़ा, हर किसी ने कभी न कभी योगदान दिया है। फाइनल में कर्नाटक का सामना करने पर उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक और खेल है। यह फाइनल है। हमें खेल जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलना होगा।
प्लेयर ऑफ द मैच यश राठौड़ ने कहा कि मैंने बल्लेबाजी का आनंद लिया। यह (विकेट) थोड़ा धीमा था लेकिन मैंने इस पर खेलने का आनंद लिया। गेंद शुरू में नहीं आ रही थी, कुछ गेंदें रुक रही थीं और कुछ नीची रह रही थीं। हमने पिछले 4 मैचों से ओपनिंग शुरू की। हमारे बीच अच्छा तालमेल है। 300 हमारा लक्ष्य था क्योंकि हम जानते थे कि इसे कुल 300+ बनाना होगा।
वहीं, महाराष्ट्र के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा कि आप कह सकते हैं कि हमारे पास शुरू से ही छुट्टी का दिन था लेकिन उन्हें श्रेय जाता है कि उन्होंने बल्ले से हमें पछाड़ दिया। हम मैदान में बेहतर हो सकते थे लेकिन आपको एक दिन की छुट्टी मिल सकती है। उन्होंने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की और सही समय पर तेजी लाई।
ऐसा रहा मुकाबला
ध्रुव शौरी (114), यश राठौड़ (116) की शानदार शतकीय और कप्तान करूण नायर (नाबाद 88) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर विदर्भ ने दूसरे सेमीफाइनल में महाराष्ट्र के सामने जीत के लिए 381 रन का लक्ष्य रखा था जोकि महाराष्ट्र की टीम हासिल नहीं कर पाई और 69 रनों से मुकाबला गंवा लिया। महाराष्ट्र की ओर से अर्शिन कुलकर्णी ने 90 रन बनाकर एक छोर संभाला लेकिन अन्य बल्लेबाजों का सहयोग न मिलने के कारण उनकी टीम को हार झेलनी पड़ी।
दोनों टीमों की प्लेइंग 11
महाराष्ट्र : रुतुराज गायकवाड़ (कप्तान), अर्शिन कुलकर्णी, सिद्धेश वीर, अंकित बावने, राहुल त्रिपाठी, अजीम काजी, निखिल नाइक (विकेटकीपर), सत्यजीत बच्चाव, मुकेश चौधरी, रजनीश गुरबानी, प्रदीप दाधे
विदर्भ : ध्रुव शौरी, यश राठौड़, करुण नायर (कप्तान), अपूर्व वानखड़े, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), शुभम दुबे, हर्ष दुबे, नचिकेत भूते, पार्थ रेखाडे, यश ठाकुर, दर्शन नालकंडे