नई दिल्ली : आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले भारत-ऑस्ट्रेलिया प्रतिद्वंद्विता को बढ़ावा देते हुए ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज ट्रैविस हेड ने कहा कि रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम के साथ खेलना "बेहद मुश्किल" है, लेकिन उन्होंने कहा कि वह उन्हें 'पसंदीदा' नहीं कहेंगे और इसके बजाय एक सफल सीजन की उम्मीद करते हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 22 नवंबर को पर्थ में पहले टेस्ट के साथ शुरू होगी।
पिछले कुछ वर्षों में भारत ने इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया पर बढ़त हासिल की है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पिछली चार सीरीज लगातार जीती हैं, जिसमें 2018-19 और 2020-21 सीजन में ऑस्ट्रेलिया में दो जीत शामिल हैं। इससे भारत सीरीज में काफी सफल टीम बन गया है, भारत ने 10 बार BGT जीता है और ऑस्ट्रेलिया पांच बार जीता है, उनकी आखिरी सीरीज जीत 2014-15 सीजन के दौरान आई थी। भारत में उनकी आखिरी सीरीज जीत 2004-05 में हुई थी।
हेड ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत उनकी पसंदीदा टीम है, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उनके खिलाफ काफी खेला है। 30 वर्षीय हेड ने कहा कि पिछले कुछ सालों में वह अच्छी फॉर्म में हैं और टीम के लिए योगदान देकर खुश हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वे मेरी पसंदीदा टीम हैं। मुझे लगता है कि हम उनके खिलाफ काफी खेलते हैं, उनके खिलाफ खूब खेलते हैं। और मुझे लगता है कि पिछले कुछ सालों से मैं अच्छी फॉर्म में हूं। तो हां, अच्छा खेल पाना हमेशा अच्छा होता है। प्रतियोगिता के लिए तैयार होना मुश्किल नहीं है। यह बेहद प्रतिस्पर्धी है। हां, खेल के लिए तैयार होना आसान है। इसलिए मैं नहीं कहूँगा कि वे मेरी पसंदीदा टीम हैं।' हेड ने कहा, 'वे बेहद मुश्किल हैं, लेकिन कुछ खेलों में अच्छा खेलना अच्छा रहा और अच्छी तैयारी करने और खेलने के लिए तैयार होने का इंतजार है... उम्मीद है कि मैं हमारे लिए सफल गर्मियों में योगदान दे पाऊंगा।'
गौर हो कि बॉर्डर गावस्कर सीरीज का दूसरा टेस्ट 6 से 10 दिसंबर को एडिलेड ओवल में खेला जाएगा जो डे-नाइट प्रारूप में खेला जाएगा। इसके बाद तीसरा टेस्ट 14 से 18 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। प्रसिद्ध मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर 26 से 30 दिसंबर के लिए निर्धारित पारंपरिक बॉक्सिंग डे टेस्ट, श्रृंखला को उसके अंतिम चरण में ले जाएगा। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 3 से 7 जनवरी तक होने वाला पांचवां और अंतिम टेस्ट श्रृंखला का चरमोत्कर्ष होगा।