एडिलेड : ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ट्रैविस हेड को उम्मीद है कि आगामी एशेज में पिचें बल्लेबाज़ों के लिए आसान नहीं होंगी। उनका मानना है कि सीम और उछाल देने वाली पिचें खेल को रोमांचक बनाती हैं और स्ट्रोक-प्लेयरों के लिए रन बनाने के बेहतर अवसर प्रदान करती हैं। हेड का कहना है कि उन्हें ऐसी विकेटों पर बल्लेबाज़ी करना ज़्यादा पसंद है, जहाँ गेंदबाज़ों को थोड़ी मदद मिलती हो क्योंकि इन परिस्थितियों में रन बनाना चुनौतीपूर्ण होते हुए भी आनंददायक होता है।
पर्थ टेस्ट से पहले चर्चा का केंद्र बनी पिचें
21 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाली एशेज सीरीज़ से पहले ऑस्ट्रेलियाई पिचों की प्रकृति चर्चा का विषय बनी हुई है। पिछले चार वर्षों में देश की विकेटें पहले की तुलना में तेज़ और सीमिंग स्वभाव की हो गई हैं। 2021-22 की एशेज में हेड ने ब्रिस्बेन और होबार्ट की कठिन परिस्थितियों में शतक जमाए थे और अब वे उसी रुझान के जारी रहने की उम्मीद कर रहे हैं।
सपाट पिचें नहीं, चुनौती चाहिए
हेड का कहना है कि “सपाट विकेटों पर लंबे समय तक टिककर रन बनाना मुश्किल नहीं, बल्कि नीरस होता है। एक आक्रामक बल्लेबाज़ के लिए यह स्वाभाविक नहीं है।” उन्होंने कहा कि तेज गति और स्विंग देने वाली पिचें बल्लेबाजों को अपने स्ट्रोक खेलने और स्कोरिंग के मौके देती हैं। उनके अनुसार, “ऐसी परिस्थितियों में आप तकनीक के साथ-साथ साहस और लय दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर गेंदबाज़ थोड़ी भी गलती करते हैं, तो रन बनाने के मौके मिल जाते हैं।”
आंकड़ों में हेड का दबदबा
2021-22 एशेज से लेकर अब तक ऑस्ट्रेलिया में शीर्ष सात बल्लेबाज़ों का औसत 30.22 रहा है, जबकि इसी अवधि में हेड ने 54.64 की शानदार औसत से छह शतक लगाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट 88.90 है, जो किसी भी अन्य ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ से बेहतर है। दूसरी ओर, इंग्लैंड में ‘बैजबॉल’ युग की शुरुआत के बाद बल्लेबाज़ों का औसत 38.94 तक पहुंच गया है यानी रन बनाना वहां अपेक्षाकृत आसान रहा है।
स्मिथ की चेतावनी इंग्लैंड के लिए
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज स्टीव स्मिथ का औसत पिछले चार घरेलू सीज़न में गिरकर 45.26 रह गया है (पहले 10 वर्षों में 63.20 था)। इसके बावजूद स्मिथ को विश्वास है कि अगर पिचों में मदद रही, तो इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को काफी मुश्किलें होंगी। स्मिथ ने कहा, “इंग्लैंड सपाट पिचों पर अच्छा खेलता है, लेकिन अगर परिस्थितियाँ पिछले कुछ वर्षों जैसी रहीं, तो हमारा बॉलिंग अटैक उन्हें रोकने में सक्षम होगा।”