कानपुर : भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने स्वयं को जादूगर कहे जाने पर कानपुर टेस्ट जीतने के बाद कहा कि मैं विशेषण में विश्वास नहीं रखता यह परिस्थितियों के अनुसार अनुभव का उपयोग है।
दूसरे टेस्ट मैच में कुल छह विकेट लेने वाले बुमराह ने (स्वयं को जादूगर कहे जाने पर) कहा कि मैं इस तरह के विशेषण में विश्वास नहीं रखता। यह टेस्ट जीत बेहद खास है। ऐसी स्थिति में आप अपने अनुभव का उपयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि चेन्नई की तुलना में यहां जीतना तुलनात्मक तौर पर अलग था।
आकाश दीप बढि़या गेंदबाजी कर रहे हैं और जिस तरह से वह लगातार बेहतर कर रहे हैं, उसे देखकर मैं बेहद खुश हूं। हमारा लंबा टेस्ट सत्र है इसलिए टी-20 विश्वकप के बाद से ब्रेक जरूरी था। अभ्यास भी उतना ही आवश्यक है और यह भी देखना जरूरी था कि इस टेस्ट सत्र के लिए हमारी तैयरी पूरी हो।
बुमराह ने बांग्लादेश की पहली पारी में 18 ओवर में 50 रन देकर तीन महत्वपूर्ण विकेट झटके थे। चौथे दिन के पहले सत्र की शुरुआत में जसप्रीत बुमराह ने बांग्लादेश के बल्लेबाज मुश्फिकुर रहीम (11) को अपनी जादुई गेंद पर बोल्ड कर दिया था। इसके बाद बांग्लादेश की दूसरी पारी में भी उन्होंने परिस्थितियों के अनुसार अपने अनुभव का उपयोग करते हुए 10 ओवर में मात्र 17 रन देकर तीन विकेट लिए।