मुंबई : भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने विश्व चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स जीतने के बाद कहा कि उन्हे नहीं लगता कि अपने देश के लिए जीत हासिल करने से बेहतर और कोई अहसास हो सकता है। युवराज ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि भारत के लिए खेल में आकर जीतने से बेहतर कोई एहसास है; यह हमारा जुनून है। मुझे लगता है कि आप हमेशा कहते हैं कि इतने साल हो गए हैं, मैदान पर वापसी करना मुश्किल है, लेकिन जैसा कि मैं कहा, इससे बेहतर कोई एहसास नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान वास्तव में अच्छी टीमें थीं। हमें उन्हें हराने के लिए कुछ बहुत अच्छी क्रिकेट खेलनी थी, जो हमने किया और विशेष रूप से पाकिस्तानी गेंदबाजी के खिलाफ, हमें वास्तव में अच्छी योजना बनानी थी। बर्मिंघम मुझे लगता है कि यह एक शानदार आयोजन स्थल है। वहां के खेल प्रशंसकों की भीड़ एक सुखद अहसास था। मुझे लगता है कि दर्शकों ने भारत-पाकिस्तान के बीच फाइनल का पूरा आनंद लिया। यह लीग के लिए बहुत अच्छा है, और मुझे लगता है कि सभी ने टूर्नामेंट का आनंद लिया, और अब हम ट्रॉफी के साथ वापस जा रहे हैं।
ऐसा रहा था मुकाबला
बर्मिंघम के मैदान पर खेले गए फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान चैंपियंस ने पहले खेलते हुए भारतीय गेंदबाजों के आगे 156 रन ही बनाए थे। जवाब में खेलने उतरी इंडिया चैंपियंस ने अंबाति रायुडू के अर्धशतक और गुरकीरत और युसूफ पठान की महत्वपूर्ण पारी की बदौलत आखिरी ओवर में जीत हासिल कर ली। इंडिया चैंपियंस की कप्तानी कर रहे युवराज ने फाइनल मुकाबले में भी बतौर कप्तान अपनी सूझबूझ से गेंदबाजों का इस्तेमाल किया और पाकिस्तान चैंपियंस को बड़ा स्कोर बनाने नहीं दिया।
दोनों टीमों की प्लेइंग 11
इंडिया चैंपियंस : रॉबिन उथप्पा (विकेटकीपर), अंबाती रायुडू, सुरेश रैना, युवराज सिंह (कप्तान), यूसुफ पठान, इरफान पठान, पवन नेगी, विनय कुमार, हरभजन सिंह, राहुल शुक्ला, अनुरीत सिंह
पाकिस्तान चैंपियंस : कामरान अकमल (विकेटकीपर), शरजील खान, सोहैब मकसूद, शोएब मलिक, यूनिस खान (कप्तान), शाहिद अफरीदी, मिस्बाह-उल-हक, आमिर यामीन, सोहेल तनवीर, वहाब रियाज, सोहेल खान