नई दिल्ली : भारत के खिलाफ वनडे सीरीज़ भले ही ऑस्ट्रेलिया के लिए मुश्किल रही हो, लेकिन खिलाड़ियों ने इससे कई अहम सबक सीखे हैं। कुछ के लिए यह सीरीज़ एशेज जैसी बड़ी प्रतियोगिता की तैयारी रही, तो कुछ खिलाड़ियों के लिए वनडे स्तर पर खुद को साबित करने का सुनहरा मौका। इन्हीं में शामिल हैं मैट शॉर्ट, जिनके लिए यह सीरीज़ वनडे टीम में अपनी जगह पक्की करने का अहम मोड़ है।
लगातार बदलाव और निरंतरता की चुनौती
मैट शॉर्ट ने 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू किया था, और अब तक 16 वनडे खेल चुके हैं। करियर की शुरुआत में उन्हें निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करनी पड़ी – मोहाली में आठवें नंबर पर, फिर सिडनी में छठे नंबर पर। बाद में उन्हें शीर्ष क्रम में मौका मिला, जहां उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 63 रन की शानदार पारी खेली। लेकिन उसके बाद उनका प्रदर्शन अस्थिर रहा। चोटों ने भी परेशान किया, पहले क्वाड स्ट्रेन ने उनका चैंपियंस ट्रॉफी अभियान रोका, फिर साइड इंजरी के कारण वे वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के दौरे से बाहर रहे।
“यह निराशाजनक रहा है…”
मैट शॉर्ट ने कहा, “यह निराशाजनक रहा है... मुझे अभी भी लगता है कि मैं अच्छा खेल रहा हूं। बस रन नहीं बन पा रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही लय वापस मिलेगी। लगातार क्रिकेट न खेल पाना इस साल की सबसे बड़ी चुनौती रही है।” उन्होंने बताया कि वे शारीरिक रूप से फिट महसूस कर रहे हैं और बस एक लंबी पारी खेलने की जरूरत है ताकि आत्मविश्वास वापस लौट सके।
टीम में जगह को लेकर कड़ी प्रतिस्पर्धा
फिलहाल ऑस्ट्रेलिया टीम कैमरून ग्रीन (बाँह की चोट) और जोश इंगलिस (पिंडली की चोट) के बिना खेल रही है। ऐसे में 2027 विश्व कप को देखते हुए टीम में जगह पाने की होड़ तेज हो गई है। मार्श और ट्रैविस हेड सलामी बल्लेबाज के रूप में स्थापित हैं, जबकि स्टीव स्मिथ और ग्लेन मैक्सवेल के बाद मध्यक्रम के लिए कई खिलाड़ी दावेदारी पेश कर रहे हैं। शॉर्ट ने कहा, “टीम में जगह बनाना हमेशा मुश्किल होता है। मैं किसी भी भूमिका के लिए तैयार हूं, चाहे ओपनिंग हो, तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी या मध्यक्रम में। बस लचीलापन बनाए रखना जरूरी है।”
BBL स्टार, लेकिन वनडे में संघर्ष
बिग बैश लीग (BBL) में एडिलेड स्ट्राइकर्स के लिए धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले शॉर्ट की पहचान एक विस्फोटक बल्लेबाज़ के रूप में है। लेकिन वनडे प्रारूप में अब तक वह अपनी छाप नहीं छोड़ पाए हैं। इस सीजन विक्टोरिया के लिए उनके स्कोर रहे 0, 20 और 12 रन। भारत के खिलाफ पर्थ वनडे में भी वह केवल 8 रन बनाकर आउट हो गए, जब अक्षर पटेल की गेंद पर थर्ड मैन पर कैच दे बैठे।
बारिश से प्रभावित अभ्यास, नई उम्मीदें
पर्थ में बारिश के कारण ऑस्ट्रेलिया टीम को इनडोर प्रैक्टिस करनी पड़ी। बुधवार को भी मौसम खराब रहने की संभावना है, लेकिन मैच के दिन आसमान साफ रहने की उम्मीद है। इस बीच तेज गेंदबाज बेन ड्वारशुइस पिंडली की चोट के कारण सीरीज़ से बाहर हो गए हैं। उम्मीद है कि वे 29 अक्टूबर से शुरू होने वाली टी-20 सीरीज में वापसी करेंगे।