Sports

PunjabKesari

भोपाल , मध्य प्रदेश ( निकलेश जैन ) विश्व शतरंज संघ की ओर से कैदियों के लिए आयोजित तृतीय फीडे अंतर महाद्वीप ऑनलाइन शतरंज स्पर्धा में 50 देशों की टीमों को हराकर भोपाल बाल संप्रेषण गृह के बच्चों ने  गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। यह उपलब्धि इसलिए भी विशेष है क्योंकि इस कैटेगरी में पहली बार भारत की टीम इंडीयन ऑल कॉर्परेशन क़े संयोजन से भाग ले रही थी । भोपाल की यूथ टीम नें इस बार भारत की ओर से चयन की पात्रता हासिल करते हुए पहली ही बार में ही बीते दो साल की विजेता टीम सर्बिया को ढाई और डेढ़ के अंतर से हराकर जीत हासिल की।

भोपाल सम्प्रेषण गृह में निवासरत बच्चों ने छह मैच जीतकर फाइनल में बनाई थी जगह।

चैंपियनशिप में विभिन्न देशों से लगभग 118 टीम  के प्रतिभागियों ने इसमें भाग लिया। यह प्रतियोगिता तीन कैटेगरी  पुरुष, महिला और युवाओं के बीच संपन्न हुई। इंडिया यूथ 2 (भोपाल सम्प्रेषण गृह) भोपाल की टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए पूरे १२ मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई। यूथ की टीम में भोपाल के अलावा पुणे क़े बच्चों ने भी भागीदारी किया था।

बोर्ड के सदस्य श्री दीपक कुमार बसु ने बताया  कि इस तरह की प्रतियागिताएं आयोजित करना हमारा उददेश्य है, जिससे बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। 

उनकी इस जीत पर किशोर न्याय बोर्ड की प्रधान न्यायाधीश श्रुति जैन, सदस्य डॉ. कृपाशंकर चौबे, इंडियन ऑइल के कार्यकारी निदेशक ऐवेम राज्य प्रमुख श्री दीपक कुमार बासू , जीएम एचआर श्री प क़े सकलेच , सूश्री निष्ठा शर्मा, अनूप कुशवाह , श्रेयांश दीक्षित , राजेश कुशवाह सहित संप्रेषण गृह ऐवम इंडियन ऑइल से जुड़े सभी लोगों ने बच्चों को बधाई और प्रोत्साहन दिया।

टूर्नामेंट के आर्बिटर विक्रम सिंह तोमर और टीम के कोच निकलेश जैन और रवि पलसुले ने शानदार खेल के लिए सभी खिलाड़ियों की प्रशंसा की