कुआलालंपुर : अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप फाइनल में यहां हार की निराशा के बावजूद दक्षिण अफ्रीका की कप्तान कायला रेनेके ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व किया करते हुए 2027 में मजबूत वापसी का भरोसा जताया। रेनेके ने कहा, ‘टीम के खिलाड़ी अभी कई तरह की भावनाओं से गुजर रहे है, लेकिन मैं इस टीम और प्रबंधन को श्रेय देना चाहूंगी। हमने इस क्षण के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की है।'
भारत ने टूर्नामेंट में अपना दबदबा बरकरार रखते हुए एकतरफा मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से रौंदकर लगातार दूसरी बार अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप खिताब जीत लिया। टीम ने 83 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 52 गेंद शेष रहते प्रभावशाली जीत दर्ज की। गोंगाडी त्रिशा 33 गेंद में नाबाद 44 रन बनाकर भारत की ओर से शीर्ष स्कोरर रहीं जबकि सानिका चाल्के ने भी 22 गेंद में नाबाद 26 रन की पारी खेली। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 48 रन की अटूट साझेदारी भी की।
उन्होंने कहा, ‘यहां तक आने के बाद ट्रॉफी के बिना घर जाना मुश्किल है लेकिन हमारे लिए पहली बार फाइनल में पहुंचना गर्व का क्षण है, यह विशेष है।' यह हमारे लिए 2027 में और मजबूती से वापसी करने की प्रेरणा है। मां, पापा, मैं ट्रॉफी के साथ घर नहीं आउंगी लेकिन मेरे पास पदक है।'
इस विश्व कप में 309 रन और सात विकेट के लिए ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुनी गईं त्रिशा ने इस पुरस्कार अपने पिता को समर्पित किया। उन्होंने कहा, ‘मैं इसे अपने पिता को समर्पित करना चाहूंगी, जो यहां हैं। मैं हमेशा खुद को एक ऑलराउंडर मानती हूं। मेरा लक्ष्य देश के लिए खेलना और अधिक मैच जीतना है।'