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सिडनी : युवा भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट खेलना ‘काफी चुनौतीपूर्ण ' है लेकिन 17 दिसंबर से एडीलेड में शुरू हो रही चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला के दौरान वह छींटाकशी और शॉर्ट-पिच गेंदों का सामना करने के लिए तैयार है। गिल ने सलामी बल्लेबाज के तौर पर अपना दावा मजबूत करते हुए ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ गुलाबी गेंद (दिन-रात्रि) से तीन दिवसीय अभ्यास मैच की दोनों पारियों में 43 और 65 रन बनाए थे।

गिल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में खेलना काफी डराने वाला है लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि एक बल्लेबाज के रूप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में खेलना से कोई बड़ा मौका नहीं हो सकता क्योंकि अगर आप रन बनाने में सफल रहे तो इससे आपका आत्मविश्वास काफी बढ़ता है।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हमेशा से क्रिकेट मैदान कड़ी प्रतिद्वंद्विता रही है जिससे मैदान पर छींटाकशी और एक-दूसरे के खिलाफ ताने मारने जैसे विवाद होते रहे है। गिल ने कहा कि उनकी टीम इससे डरने वाली नहीं है। एक समय था जब (भारतीय) खिलाड़ी बहुत आक्रामक नहीं होते थे और वे इसे सहजता से नजरअंदाज कर देते थे लेकिन अब हालात बदल गए हैं।

उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी का स्वभाव अलग होता है कोई इसे नजरअंदाज करता है तो वही कोई तुरंत जवाब देने में विश्वास करता है। मैं अपनी बात करूं तो इस मामले में मै ना ही ज्यादा आक्रामक हूं ना ही शांत रहने में विश्वास करता हूं। उन्होंने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया की उछाल लेती पिचों पर बाउंसरों का सामना करने के लिए तैयार है। अगर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की योजना हमें बाउंसर से परेशान करने की है तो मैं आश्वस्त करना चाहूंगा कि हमारे पास इसका सामना करने के कई विकल्प है।