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नई दिल्ली: भारत की आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे की वनडे टीम की घोषणा में सबसे बड़ा चर्चा का विषय रविंद्र जडेजा का नाम नहीं होना रहा। भारत के इस स्टार ऑलराउंडर, जो लंबे समय से टीम के सीमित ओवरों के खेल में नियमित हैं, को 50 ओवर की टीम में शामिल नहीं किया गया, जिससे चयनकर्ताओं की रणनीति और जडेजा के भविष्य को लेकर सवाल उठे।

चयनकर्ताओं की पुष्टि

बीसीसीआई चयन समिति के अध्यक्ष अजित अगरकर ने स्पष्ट किया कि जडेजा इस विशेष श्रृंखला के लिए विचार में नहीं थे। उनकी जगह टीम में मुख्य स्पिन ऑलराउंडर के रूप में अक्षर पटेल को शामिल किया गया। अगरकर ने कहा, 'हम टीम में दो लेफ्ट-आर्म स्पिनरों को नहीं रखना चाहते थे। जडेजा हमारे विचार में अभी भी शामिल हैं।'

जडेजा टीम से क्यों बाहर हुए

टीम बैलेंस: जडेजा और अक्षर दोनों ही लेफ्ट-आर्म स्पिन और लोअर-ऑर्डर बल्लेबाजी में समान क्षमताओं वाले हैं। दोनों को एक साथ रखना टीम बैलेंस के लिहाज से उचित नहीं माना गया।

ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियां: ऑस्ट्रेलियाई पिचें सामान्यतः तेज गेंदबाजों और बाउंस के लिए अनुकूल होती हैं। चयनकर्ताओं ने तेज गेंदबाजी हमले को मजबूत करते हुए केवल एक स्पिनर को ही टीम में रखा।

वर्कलोड मैनेजमेंट: जडेजा लंबे समय से भारत के सभी फॉर्मेट्स में खेल रहे हैं। आगामी क्रिकेट कैलेंडर को देखते हुए यह ब्रेक उनके शारीरिक संतुलन और थकान से बचाव के लिए भी दिया गया है।

निष्कर्ष

रविंद्र जडेजा का ऑस्ट्रेलिया दौरे की वनडे टीम से बाहर होना बड़ी चर्चा का विषय है, लेकिन यह उनके करियर के समाप्त होने का संकेत नहीं है। टीम बैलेंस, परिस्थितियां और रोटेशन को ध्यान में रखते हुए लिया गया यह निर्णय है। अक्षर पटेल इस दौरे में जडेजा की जगह लेंगे, और जडेजा आने वाले टूर्नामेंट्स और उन परिस्थितियों में फिर टीम में वापसी करेंगे, जहां उनकी ऑलराउंड क्षमताएं अहम साबित होंगी।