स्पोर्ट्स डेस्क : पृथ्वी शॉ ने प्रतिष्ठित बुची बाबू ट्रॉफी में महाराष्ट्र के लिए अपने पहले मैच में शतक जड़कर बल्ले से दमदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने चेन्नई के आईसी गुरुनानक कॉलेज ग्राउंड में यह उपलब्धि हासिल की और शहर के साथ अपने खास रिश्ते को याद किया। 2018 में अपने पहले टेस्ट शतक के बाद 25 वर्षीय इस खिलाड़ी का करियर असंगत प्रदर्शन, अनुशासनात्मक मुद्दों और फिटनेस संबंधी चिंताओं के कारण पटरी से उतर गया है।
इस साल की शुरुआत में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने उन्हें अपनी रणजी टीम से बाहर कर दिया था जिसके बाद शॉ को एक नई शुरुआत की तलाश में महाराष्ट्र जाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) लेना पड़ा। महाराष्ट्र के लिए अपने पहले मैच में पृथ्वी शॉ ने चेन्नई के आईसी गुरु नानक कॉलेज ग्राउंड में छत्तीसगढ़ के खिलाफ 141 गेंदों पर 111 रनों की पारी खेली जिससे उनकी नई टीम को संघर्ष करने का मौका मिला। छत्तीसगढ़ के 252 रनों के जवाब में महाराष्ट्र 217 रन ही बना सका।
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) द्वारा सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में शॉ ने खुलासा किया कि IPL 2019 में पहली बार चेन्नई में कदम रखने के बाद से ही यह उनके दिल के बहुत करीब रहा है। शॉ ने कहा, 'चेन्नई में गर्मी जरूर है, लेकिन यह वाकई बहुत अच्छा लगता है क्योंकि मैंने यहां हमेशा रन बनाए हैं। मुझे लगता है कि चेन्नई मेरे लिए काफी खास है। चेन्नई में खेलने का मेरा पहला अनुभव शायद IPL 2019 के दौरान था। हम चेपाक में खेले थे। वाकई बहुत अच्छा अनुभव था।'
इतना ही नहीं शॉ ने कहा कि वह महाराष्ट्र के लिए ज्यादा से ज्यादा रन बनाना चाहते हैं, क्योंकि टीम ने उन्हें वापसी का मौका दिया है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि (बुची बाबू में खेलना) वाकई एक अच्छा अनुभव है। एक शानदार टूर्नामेंट। रणजी सीजन से पहले, ऐसा होता है। मैंने अभी अपना पहला मैच खेला है और यह एक अच्छा अनुभव है क्योंकि रणजी सीजन शुरू होने से पहले आपको बहुत अच्छा अभ्यास मिलता है। महाराष्ट्र के लिए यह मेरा पहला मैच है, शतक लगाना वाकई खास लगता है। मुझे उम्मीद है कि रणजी ट्रॉफी और आने वाले मैचों तक यह सिलसिला जारी रहेगा।'