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सिडनी : कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने वाला सिडनी का ‘गुलाबी टेस्ट' सैम कोंस्टास के लिए खास महत्व रखता है क्योंकि इस युवा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने अपने परिवार के करीबी सदस्यों को इस खतरनाक बीमारी के कारण खोया है। महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा की दिवंगत पत्नी जेन के सम्मान में सिडनी टेस्ट 2009 से ‘गुलाबी टेस्ट' के रूप में खेला जाता है। जेन का स्तन कैंसर से जूझने के बाद 2008 में निधन हो गया था। मैकग्रा फाउंडेशन ने इस उद्देश्य के लिए लाखों डॉलर जुटाए हैं। ‘ट्रिपल एम' क्रिकेट पर साक्षात्कार के दौरान कोंस्टास ने बताया कि कैसे उनके रिश्ते के भाई का ल्यूकेमिया से और उनके दादा का आंत के कैंसर से निधन हो गया था। उन्होंने उम्मीद जताई कि एससीजी (सिडनी क्रिकेट ग्राउंड) में होने वाला मैच इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाना जारी रखेगा।


कोंस्टास ने कहा कि बेशक यह एक विशेष आयोजन है, मैकग्रा फाउंडेशन, और उम्मीद है कि हम कैंसर के बारे में अधिक जागरूकता फैलाएंगे, कोष जुटाएंगे क्योंकि मुझे याद है कि मेरे रिश्ते के भाई का ल्यूकेमिया से और मेरे दादा का आंत के कैंसर से निधन हो गया था। उन्होंने कहा कि बेशक हम उम्मीद करते हैं कि हम जागरूकता फैलाएंगे और इलाज ढूंढेंगे। कोंस्टास यहां 5वें टेस्ट के दौरान भारत के कप्तान जसप्रीत बुमराह के साथ तीखी बहस में शामिल थे लेकिन इस 19 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि वह इस घटना से परेशान नहीं हुए। यह सब तब शुरू हुआ जब कोंस्टास बुमराह से उलझे जो उस्मान ख्वाजा के बल्लेबाजी के लिए तैयार होने में अतिरिक्त समय लेने से हताश हो रहे थे। इस टकराव के कारण अंपायरों को हस्तक्षेप करना पड़ा और बाद में बुमराह ने दिन की अंतिम गेंद पर ख्वाजा को आउट कर दिया और कोंस्टास को विदाई का इशारा किया।

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कोंस्टास ने कहा कि मैं बहुत ज्यादा परेशान नहीं हुआ। दुर्भाग्य से, उजी (ख्वाजा) आउट हो गया। वह थोड़ा समय निकालने की कोशिश कर रहा था। शायद यह मेरी गलती थी लेकिन ऐसा होता है। यह क्रिकेट है। उन्होंने कहा कि बुमराह को श्रेय जाता है। उन्होंने विकेट लिया लेकिन जाहिर तौर पर टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। कोंस्टास ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान पदार्पण करते हुए बुमराह का डटकर सामना किया और 65 गेंद पर 60 रन की साहसिक पारी खेली। घरेलू टीम ने वह मैच 184 रन से जीता और फिर सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में भारत को 6 विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला 3-1 से अपने नाम की जिससे उसका 10 साल का इंतजार खत्म हुआ। 


कोंस्टास ने कहा कि हां, यह काफी खास रहा। मार्क टेलर ने मुझे बैगी ग्रीन (टोपी) दी और आज जीत के साथ इसे और भी बेहतर बनाया, टीम का प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने कहा कि टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और मुझे मेरा स्वाभाविक खेल खेलने दिया। पैट कमिंस एक बेहतरीन नेतृत्वकर्ता हैं और उम्मीद है कि हम आगे भी ऐसा ही करते रहेंगे। श्रृंखला में हार ने भारत की विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में जगह बनाने की उम्मीदों को भी तोड़ दिया। अब फाइनल में ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से होगा। भारत के खिलाफ प्रभावित करने के बाद कोंस्टास को आगामी श्रीलंका दौरे के लिए टीम में शामिल किए जाने की उम्मीद है।