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दुबई : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ज्योफ एलाडिर्स ने कहा है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के 2021-2023 चक्र में भी आईसीसी रैंकिंग वाली टीमों के लिए अंकों के प्रतिशत का नियम लागू रखेगा। दरअसल आईसीसी को कोरोना महामारी के चलते कई निर्धारित श्रृंखलाओं के रद्द होने के बाद डब्ल्यूटीसी के उद्घाटन चक्र के बीच में एक मानकीकृत स्कोरिंग प्रणाली बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा था। 

एलाडिर्स ने तर्क दिया कि अगले चक्र में मानकीकृत पद्धति जारी रहेगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि श्रृंखला की अवधि टेस्ट जीत के लिए उपलब्ध अंकों को प्रभावित न करे। उन्होंने सोमवार एक बयान में कहा, ‘मुझे लगता है कि हम रैंकिंग वाली टीमों के लिए अंकों के प्रतिशत के साथ बने रहेंगे। जब हमने प्रतियोगिता के पहले 12 महीनों को देखा तो हमारे पास कई टीमें थीं, लेकिन यह सब उनके द्वारा खेली गई सीरीज से संबंधित था, इसलिए टीमों की नियमित आधार पर तुलना करने का एक तरीका यह है कि उनके द्वारा खेले गए मैचों में उपलब्ध अंकों का अनुपात सच में जीता गया है और उस प्रतिशत ने चैंपियनशिप के दूसरे भाग में हमारी काफी मदद की है।' 

आईसीसी सीईओ ने कहा, ‘अब हम हर टेस्ट मैच में अंकों की एक मानकीकृत संख्या रख सकते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह दो टेस्ट मैचों की सीरीज है या पांच टेस्ट मैचों की, लेकिन हर टीम को जीतने वाले अंकों के प्रतिशत के आधार पर आंका जाएगा, न कि ओवरऑल आधार पर। चार साल पहले इस प्रतियोगिता को शुरू करने का उद्देश्य विश्व स्तर पर टेस्ट क्रिकेट में अधिक रुचि लाने का प्रयास करना था।