Sports

स्पोर्ट्स डेस्क : बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम की कप्तान निगार सुल्ताना जोटी हाल ही में गंभीर आरोपों के घेरे में आईं, जब पूर्व तेज गेंदबाज़ जहाँआरा आलम ने दावा किया कि उन्होंने जूनियर खिलाड़ियों के साथ गलत व्यवहार किया और यहां तक कि उन्हें मारा भी। यह विवाद तेजी से बढ़ा और मीडिया में व्यापक चर्चा का विषय बन गया। इन आरोपों का जवाब देते हुए जोटी ने न सिर्फ अपना पक्ष रखा, बल्कि भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर पर अप्रत्यक्ष कटाक्ष भी किया। उनका बयान 2023 में हरमनप्रीत से जुड़े विवाद की याद दिलाता है, जिसने दोनों क्रिकेट बोर्डों के बीच भी हलचल पैदा कर दी थी। 

जूनियर खिलाड़ियों के साथ मारपीट के आरोप और जोटी का पलटवार

जहांआरा आलम ने एक भावुक इंटरव्यू में कहा था कि कई जूनियर खिलाड़ियों ने उन्हें फोन कर आरोप लगाया कि जोटी उनके साथ दुर्व्यवहार करती हैं और मारपीट भी करती हैं। इस बयान ने बांग्लादेश क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी। जोटी ने इन आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताते हुए कहा कि वह किसी भी खिलाड़ी को चोट पहुंचाने की सोच भी नहीं सकतीं। 

जोटी ने कहा, “मैं किसी को क्यों मारूंगी? क्या मैं स्टंप्स पर बल्ला मारने वाली किसी खिलाड़ी जैसी हूं? मैं व्यक्तिगत जीवन में कुछ भी करूं, पर किसी साथी खिलाड़ी के साथ ऐसा करने की कल्पना भी नहीं कर सकती।” उनका यह सीधा बयान हरमनप्रीत कौर की उस घटना पर तंज माना जा रहा है, जब 2023 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच में LBW आउट दिए जाने पर भारतीय कप्तान ने गुस्से में स्टंप्स पर बल्ला मारा था। 

“क्या मैं ही टीम की सर्वोच्च अधिकारी हूं?” : जोटी का सवाल

जोटी ने यह भी कहा कि यदि वास्तव में ऐसी कोई घटना हुई होती, तो खिलाड़ी सीधे टीम मैनेजमेंट, कोच या बोर्ड के अधिकारियों से संपर्क करते, न कि विदेश में रह रही एक पूर्व खिलाड़ी को। उन्होंने कहा, “अगर मैंने किसी को पीटा होता, तो खिलाड़ी टीम मैनेजर या कोच के पास क्यों नहीं जाते? क्या मैं बोर्ड में सबसे ऊपर बैठती हूँ? जिस खिलाड़ी को शिकायत है, वह विदेश में फोन क्यों करेगा?” जोटी ने इन आरोपों को व्यक्तिगत छवि को नुकसान पहुँचाने की कोशिश बताया और कहा कि सच सामने आने पर आलोचक खुद चुप हो जाएंगे।

हरमनप्रीत कौर विवाद का संदर्भ फिर आया सामने

जोटी की टिप्पणी भारत-बांग्लादेश सीरीज के उस विवाद की ओर इशारा करती दिखी, जब हरमनप्रीत ने आउट दिए जाने पर स्टंप्स को तोड़ दिया था और बाद में अंपायरिंग को “दयनीय” कहा था। उस घटना ने दोनों देशों के क्रिकेट जगत में काफी हलचल पैदा की थी और हरमनप्रीत को निलंबित भी किया गया था। जोटी के बयान ने उस विवाद की याद ताजा कर दी और यह संदेश दिया कि वह स्वयं पर लगे आरोपों को गंभीरता से चुनौती देने के लिए तैयार हैं।

विश्व कप में कप्तानी और व्यक्तिगत फॉर्म पर भी उठे सवाल

हालिया महिला विश्व कप में बांग्लादेश टीम अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर सकी। पाकिस्तान के खिलाफ जीत के अलावा टीम अधिकांश मैचों में दबाव में टूट गई। कप्तान जोटी भी अधिक योगदान नहीं दे सकीं और सात मैचों में केवल 157 रन ही बना पाईं। उनकी रणनीति और फॉर्म दोनों पर आलोचकों ने सवाल उठाए, जिससे विवाद और भी बढ़ गया।