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ब्रिस्बेन : 6 जनवरी 2020 को बीजे वॉटलिंग को आउट करते हुए नाथन लियोन ने ऑस्ट्रेलिया को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ  3-0 से सीरीज़ जीत दिलाई थी। यह टेस्ट क्रिकेट में उनकी 390वीं विकेट थी। एक साल बाद 19 जनवरी 2021 को, भारत के खिलाफ गाबा टेस्ट के आखिरी दिन वॉशिंगटन सुंदर के रूप में उन्होंने 399वां शिकार किया था। लेकिन 10 दिसंबर 2021 तक लायन 400 टेस्ट विकेट हासिल करने वाले तीसरे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बनने का इंतज़ार कर रहे हैं। यह पल आएगा, लेकिन इतनी आसानी से नहीं।

लियोन के इंतज़ार का एक कारण है ऑस्ट्रेलियाई टीम का कम टेस्ट मैच खेलना। 2019 ऐशेज सीरीज़ के बाद से यह केवल उनका 10वां टेस्ट मैच है। हालांकि इसके बावजूद कई बार 400 का आंकड़ा पार करने के क़रीब पहुंचे हैं लियोन। पिछले साल भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में लियोन को गेंदबाज़ी करने की जरूरत ही नहीं पड़ी जब टीम इंडिया 36 रनों पर सिमट गई। मेलबर्न टेस्ट की दूसरी पारी में बचाने के लिए कुछ लक्ष्य बचा ही नहीं था।

हालांकि अगले दो मैचों में भारत ने बढ़िया अंदाज़ से लियोन का सामना किया। सिडनी और गाबा टेस्ट में कुल मिलाकर लियोन के आंकड़े कुछ इस प्रकार थे 351 रन देकर पांच विकेट। वैसे स्थिति कुछ और होती अगर टिम पेन ने सिडनी में उनकी गेंदबाज़ी पर दो कैच नहीं टपकाए होते। इस टेस्ट मैच से पहले लियोन ने दो शेफ़ील्ड शील्ड के मुक़ाबले खेले जहां 106 ओवर गेंदबाज़ी करने के बाद उन्हें चार सफलताएं मिली।

गाबा टेस्ट के तीसरे दिन उन्होंने बढ़िया गेंदबाज़ी की और मौके बनाए। बल्लेबाज़ों को बीट भी किया लेकिन वह विकेट से वंचित रह गए। जब डेविड मलान 8 रन के स्कोर पर थे, उन्होंने एक लेंथ गेंद को छोड़ने का फ़ैसला किया। वह गेंद ऑफ स्टंप के बाहर से कोण के साथ अंदर आती चली गई और मलान बोल्ड होते होते रह गए। हॉक-आई ने बताया कि उस गेंद और ऑफ स्टंप के बीच महज़ 1.6 सेंटीमीटर की दूरी थी। मलान ने उस गेंद को छोड़ना चाहा क्योंकि तीन ओवर पहले लियोन की एक गेंद लेग स्टंप से घूमकर उनके बल्ले के बाहरी किनारे को बीट करती हुई कीपर के पास गई थी। वह केवल एक मौक़ा नहीं था जब लियोन विकेट लेने के क़रीब पहुंचे थे। 

अपनी पारी की शुरुआत में जो रूट स्वीप शॉट को लगभग शॉर्ट लेग फ़ील्डर की गोद में मार बैठे थे। अर्धशतक पूरा करने से ठीक पहले वाली गेंद पर वह बोल्ड होने से बच गए थे। इन सबके बीच लियोन ने मलान को फिर एक बार बाहरी किनारे पर बीट किया। केवल विकेटों की संख्या के अलावा कुछ ऐसे सबूत हैं जो दर्शाते हैं कि लियोन उतने ख़तरनाक गेंदबाज़ नहीं रहे हैं। भले ही इस साल लियोनने तीन ही टेस्ट मैच खेले हैं, उनकी गेंदबाज़ी में वह पैनापन नहीं नज़र आ रहा है। अगर उन्हें 400 का वह जादुई आंकड़ा पार करना है, तो उन्हें जल्द से जल्द गेंदबाज़ी में ज़रूरी बदलाव करने होंगे।