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स्पोर्ट्स डेस्क: दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर मारको जानसेन ने विराट कोहली की तारीफ़ करते हुए अपने अनुभव साझा किए, जब उन्होंने पहली बार 17 साल की उम्र में नेट बॉलिंग के दौरान भारतीय स्टार को देखा था। जानसेन ने कहा कि दुनिया के महान बल्लेबाजों को आउट करना चुनौतीपूर्ण और मज़ेदार दोनों होता है।

"विराट को रोकना आसान नहीं"

जानसेन ने कहा, 'जब आप वर्ल्ड-क्लास बल्लेबाजों को बॉल करते हैं, तो उन्हें आउट करना मुश्किल होता है। मैं हमेशा कोशिश करता हू कि शुरुआती 10–15 गेंदों में ही बल्लेबाज को पकड़ लू, तब वे पिच और शॉट्स के साथ तालमेल बिठा रहे होते हैं।'

उन्होंने आगे कहा, 'लेकिन एक बार जब वे फॉर्म में आ जाते हैं और रनों की लय पकड़ लेते हैं, तो उन्हें रोकना बहुत कठिन हो जाता है। इसलिए कई बार योजना B या C अपनानी पड़ती है।'

रांची में खेले गए पहले वनडे में कोहली ने अपना 52वां वनडे शतक लगाया, जिससे भारत ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई।

नेट से मुकाबले तक: जानसेन का अनुभव

जानसेन ने बताया, 'टीवी पर उन्हें देखना और अब उनके खिलाफ बॉलिंग करना मज़ेदार और थोड़ा परेशान करने वाला है। विराट ड्राइव, पुल, कट और पैड से खेलने में माहिर हैं। अब उनकी बल्लेबाजी लंबी होती जा रही है, लेकिन उनका खेल वही शानदार बना हुआ है।'

खुद के प्रदर्शन से संतुष्टि

जानसेन ने अपनी बल्लेबाजी फॉर्म पर कहा, 'जब टॉप फाइव बल्लेबाज फॉर्म में होते हैं, तो मुझे खेलने की आज़ादी मिलती है। मैं बस गेंद को देखकर खेलता हू। फिलहाल यह मेरे लिए कारगर साबित हो रहा है।'

दक्षिण अफ्रीका की प्रतिक्रिया और चोटिल खिलाड़ियों की स्थिति

जानसेन ने कहा कि 0-1 से पिछड़ने के बावजूद टीम निराश नहीं है। 'हमारी बॉलिंग इतनी खराब नहीं थी। शुरुआती विकेट खोने के बाद भी हमने वापसी की। टेस्ट टीम की तरह, हम अच्छी चीज़ों को जोड़ते हुए आगे बढ़ रहे हैं।' उन्होंने यह भी पुष्टि की कि चोटिल खिलाड़ी मेडिकल निगरानी में हैं और दूसरे वनडे से पहले रायपुर में टीम के पुनर्गठन पर स्पष्ट अपडेट दिया जाएगा।