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सिडनी : आईसीसी के चार दिवसीय टेस्ट मैचों के प्रस्ताव को ‘हास्यास्पद' करार देते हुए ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष स्पिनर नाथन लियोन ने इसका कड़ा विरोध किया है जबकि मुख्य कोच जस्टिन लैंगर भी पारंपरिक प्रारूप में बदलाव के पक्ष में नहीं है। लियोन का बयान ऐसे समय में आया है जबकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ केविन राबर्ट्स ने कहा कि उनका बोर्ड चार दिवसीय टेस्ट में दिलचस्पी रखता है और वे इस साल के आखिर में अफगानिस्तान के खिलाफ इस तरह का मैच खेल सकते हैं।

लियोन ने कहा, ‘मैं पूरी तरह से इसके खिलाफ हूं और मुझे उम्मीद है कि आईसीसी इस पर विचार तक नहीं करेगी।' उन्होंने कहा, ‘आप दुनिया भर में खेले गए बड़े मैचों पर गौर करो तथा मैं जिन सर्वश्रेष्ठ टेस्ट मैच का हिस्सा रहा वे आखिरी तक रोमांचक बने रहे।' लैंगर ने भी पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विकल्प पर गौर किया जा सकता है लेकिन उनकी निजी राय है कि इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मेरी प्राथमिकता - मैं पारंपरिक हूं और जो भी मुझे जानता है उसे पता है कि मैं बहुत अधिक बदलाव का पक्षधर नहीं हूं, इसलिए मैं पांच दिवसीय टेस्ट मैचों का पक्ष लूंगा।'

लैंगर ने कहा, ‘लेकिन अगर चार दिवसीय टेस्ट मैच टेस्ट क्रिकेट को जीवंत बनाए रखते हैं तो इस पर गौर किया जा सकता है। लेकिन मैं पांच दिवसीय मैच इसलिए पसंद करता हूं क्योंकि मैं नीरस हूं और मैं बहुत अधिक बदलाव पसंद नहीं करता।' लियोन ने इस संदर्भ में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2014 में एडिलेड में खेले गए टेस्ट मैच का उदाहरण दिया जिसे मेजबान टीम ने अंतिम घंटे में जीता था। उन्होंने कहा, ‘आप ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच 2014 में एडिलेड में खेले गए मैच को याद करो जो पांचवें दिन आखिरी आधे घंटे तक खिंचा। इसके बाद आप 2014 में केपटाउन टेस्ट को देखो जिसमें रेयान हैरिस ने तब मोर्ने मोर्कल को बोल्ड किया जबकि दो ओवर बचे हुए थे। मैं चार दिवसीय टेस्ट मैच का पक्षधर नहीं हूं। कई मैच ड्रा होंगे। पांचवां दिन महत्वपूर्ण है।'