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स्पोर्ट्स डेस्क : कोलकाता नाईट राईडर्स के स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू में कुलदीप यादव ने कहा कि आईपीएल में कई हिटर बल्लेबाज हैं लेकिन रोहित शर्मा और एबी डिविलियर्स को गेंदबाजी करना सबसे कठिन काम है। उन्होंने यह बयान कोलकाता नाईट राईडर्स की टीम के हार के बाद दिया है। इस मैच में डिविलियर्स और मैक्सवेल की अक्रामक पारियों की मदद से बेंगलुरु की टीम ने मैच जीत लिया।

कुलदीप यादव ने कहा कि जब मैंने खेलना शुरू किया था तब मेरा सपना जिला स्तर पर खेलना था, फिर राज्य और देश के लिए खेलने का सपना हुआ और ये सारे सपने हकीकत में बदले। ऐसे में कुछ भी असंभव नहीं है। कुलदीप ने पूर्व भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी और ‘यूनिवर्सल बॉस' के नाम से जाने जाने वाले क्रिस गेल को आईपीएल का लीजेंड (महान) करार दिया लेकिन कहा कि दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स और रोहित शर्मा को गेंदबाजी करना उनके लिए सबसे मुश्किल है। 

उन्होंने कहा कि मुझे एबी डिविलियर्स और रोहित शर्मा को गेंदबाजी करना मुश्किल लगता है। डिविलियर्स मैदान के किसी भी कोने में शॉट मार सकते है तो वही रोहित के पास काफी समय होता है। आईपीएल के पहले सत्र से अब तक के खेल को देखे तो महेन्द्र सिंह धोनी और वेस्टइंडीज के क्रिस गेल इसके लीजेंड खिलाड़ी है, जो पहले सत्र से लगातार अच्छा कर रहे है। कुलदीप की टीम का अगला मुकाबला भी धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ है। कुलदीप ने माना कि तीन बार की चैम्पियन चेन्नई की टीम पिछले सत्र के मुकाबले इस बार काफी मजबूत है। 

उन्होंने कहा कि चेन्नई की टीम इस बार अच्छा करेगी। पिछली बार उनके कुछ खिलाड़ी नहीं थे तो बेहतर संयोजन नहीं बन पाया था लेकिन इस बार उनके पास मजबूत टीम है। सुरेश रैना की वापसी से बल्लेबाजी और दमदार हुई है। कुलदीप ने कहा कि उनकी टीम को घरेलू मैदान नहीं मिलने का भी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। कोई भी टीम घरेलू मैदान के मुताबिक खिलाड़ियों का चयन करती है। किसी भी टीम को घरेलू मैदान में खेलना रास आता है। हमारी टीम का मजबूत पक्ष बल्लेबाजी है और चेन्नई की पिच काफी धीमी है। ऐसे में रन बनाने में मुश्किल होती है।

एकदिवसीय विश्व कप 2019 से पहले टीम के सीमित ओवरों में टीम के नियमित सदस्य रहे कुलदीप ने कहा कि टीम से बार-बार अंदर बाहर होने का असर उनकी फार्म पर पड़ा है। खराब फार्म के कारण भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सालाना अनुबंध में भी उन्हें नीचे की श्रेणी में खिसका दिया गया। पिछली बार ‘ए' श्रेणी में शामिल रहे कुलदीप को अब ‘सी' श्रेणी में कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ लॉकडाउन के बाद आईपीएल से जब क्रिकेट शुरू हुआ तो मुझे कुछ फ्रेंचाइजी के लिए कुछ मैचों में मौका मिला कुछ में नहीं। टीम चयन का फैसला प्रबंधन का होता है। इसके बाद भारतीय टीम में भी संयोजन के कारण मुझे अधिक मौके नहीं मिले। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सिर्फ एक मैच (एकदिवसीय) में मौका मिला।

कुलदीप ने कहा, ‘‘ भारतीय टीम प्रबंधन उन से चीजों को साफ तौर पर बताया था। आप टीम के लिए खेलते है और संयोजन के मुताबिक प्रबंधन को जो सही लगता वह टीम में जगह पता है। इसमें कुछ सही या गलत नहीं होता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘टीम में बार-बार अंदर बाहर होना खिलाड़ी के लिए मुश्किल होता है क्योंकि इससे उसका लय बिगड़ जाता है। मैं टीम के फैसले का सम्मान करता हूं और मौका मिलने- न मिलने के बारे में ज्यादा नहीं सोचता हूं।'' ऑस्ट्रेलिया के बाद कुलदीप को इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में एक टेस्ट और दो एकदिवसीय में मौका मिला लेकिन टेस्ट में वह ज्यादा गेंदबाजी नहीं कर सकें और एकदिवसीय में प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे।