बेंगलुरू : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की संचालन परिषद ने शनिवार को फैसला किया कि 10 फ्रेंचाइजी को अपनी पिछली टीम से अधिकतम 6 खिलाड़ियों को बरकरार रखने (रिटेन) करने की अनुमति होगी जिसमें नीलामी का एक ‘राइट टू मैच' (आरटीएम) कार्ड भी शामिल होगा, जिसकी कीमत 120 करोड़ रुपए के बढ़े हुए टीम पर्स में से 75 करोड़ रुपए होगी। 2022 में आयोजित पिछली मेगा नीलामी में एक टीम को अधिकतम 4 रिटेन करने की अनुमति थी।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव जय शाह ने लीग में खेलने के लिए चुने गए सभी खिलाड़ियों के लिए 7.50 लाख रुपये की निश्चित मैच फीस की भी घोषणा की जिसमें उन्हें अपने वेतन के अतिरिक्त 1.05 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होगी। फ्रेंचाइजी को अगले सत्र के लिए ‘नीलामी कम रिटेनशन' की 120 करोड़ रुपए की राशि के अलावा 12.60 करोड़ रुपए का एक निश्चित राशि रखनी होगी।
बीसीसीआई के सीनियर और आईपीएल संचालन परिषद के सदस्य ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि पहले रिटेनशन का खर्चा 18 करोड़ रुपए होगा, उसके बाद 14 करोड़ रुपए की दूसरी और 11 करोड़ रुपए की तीसरी रिटेनशन राशि होगी। हालांकि अगर कोई फ्रेंचाइजी चौथे और 5वें रिटेनशन का विकल्प चुनती है तो उन्हें फिर से क्रमशः 18 करोड़ रुपये और 14 करोड़ रुपए देने होंगे। उन्होंने कहा कि इसलिए कोई भी फ्रेंचाइजी अगर सभी 5 रिटेनशन का विकल्प चुनती है तो उसके पास खरीदने के लिए केवल 45 करोड़ रुपये होंगे या यहां तक कि वह अपने आरटीएम कार्ड का उपयोग करके अन्य 15 खिलाड़ी खरीदकर एक टीम तैयार कर सकती है। भारतीय और विदेशी रिटेनशन पर कोई सीमा नहीं है।
समझा जाता है कि मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद जैसी अधिकांश मजबूत फ्रेंचाइजी 6 से 8 खिलाड़ियों को रिटेन करने के पक्ष में थीं जबकि कुछ अन्य फ्रेंचाइजी के पास ज्यादा ‘स्टार पावर' नहीं है। सूत्र ने कहा कि हमने 4 और 5 खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए अधिक कटौती की है ताकि समान अवसर सुनिश्चित हो सके। आप 5 खिलाड़ियों को रिटेन कर सकते है लेकिन तब आपके पास नीलामी के लिए 50 करोड़ रुपए से कम की राशि होगी। साथ ही अगर फ्रेंचाइजी केवल तीन खिलाड़ियों को रिटेन करने का विकल्प चुनती हैं तो नीलामी में अधिक ‘स्टार वैल्यू' जुड़ जाएगी।
बीसीसीआई की इसे दिलचस्प बनाने की योजना इस उदाहरण से समझी जा सकती है। अगर मुंबई इंडियंस हार्दिक पांड्या, रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, जसप्रीत बुमराह और तिलक वर्मा को रिटेन करना चाहती है तो उनके ‘पर्स' (कुल राशि) से 75 करोड़ रुपये कट जाएंगे। फिर नीलामी में 45 करोड़ रुपये की राशि होगी और अगर ईशान किशन की कीमत 15 करोड़ रुपए हो जाती है और उन्हें ‘राइट टू मैच' कार्ड का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। तब यह 14 और खिलाड़ियों को चुनने के लिए 30 करोड़ रुपए तक ही रह जाता है।
यह ध्यान देने की जरूरत है कि रिटेनशन राशि नीलामी के लिए टीम के ‘पर्स' से केवल एक कटौती है लेकिन यह खिलाड़ी का वास्तविक वेतन हो सकता है या नहीं भी हो सकता है। यह खिलाड़ी और फ्रेंचाइजी के अलग अनुबंध पर निर्भर कर सकता है। इस बीच शाह ने ट्विटर पर प्रति मैच फीस की घोषणा की जिसका मतलब है कि एक ‘अनकैप्ड' भारतीय खिलाड़ी (जो आईपीएल के तीन मैच खेल सकता है) को 20 लाख रुपये का न्यूनतम आधार मूल्य और इसके अलावा 22.5 लाख रुपये मिलेंगे। इसलिए वह तीन घंटे के सिर्फ तीन मैच खेलकर एक सत्र में 42.5 लाख कमा सकता है जबकि अगर वह एक सत्र में 10 रणजी ट्रॉफी खेल खेलता है तो उसे सिर्फ 24 लाख रुपए मिलेंगे।
शाह ने ट्वीट किया- आईपीएल में निरंतरता और बेहतरीन प्रदर्शन का जश्न मनाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए हम अपने क्रिकेटरों के लिए प्रति मैच 7.5 लाख रुपये की मैच फीस शुरू करने से रोमांचित हैं। एक सत्र में सभी लीग मैच खेलने वाले क्रिकेटर को उसकी अनुबंधित राशि के अलावा 1.05 करोड़ रुपए मिलेंगे। उन्होंने ट्वीट किया कि प्रत्येक फ्रेंचाइजी सत्र के लिए मैच फीस के रूप में 12.60 करोड़ रुपए आवंटित करेगी। यह आईपीएल और हमारे खिलाड़ियों के लिए एक नया युग है।