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दुबई : भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी के पिछले महीने संन्यास लेने की घोषणा के बाद अब उनके विकल्प के तौर पर सभी नजरें युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पर टिक गई हैं। भारतीय कप्तान विराट कोहली, सीमित ओवरों के उपकप्तान रोहित शर्मा और पंत की आईपीएल टीम दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने पंत का लगातार समर्थन किया है लेकिन पिछले एक वर्ष के अंतररष्ट्रीय आंकड़े पंत का समर्थन नहीं कर पा रहे हैं। 

इंग्लैंड में पिछले वर्ष हुए एकदिवसीय विश्व कप के बाद से पंत ने 11 टी-20 पारियों में मात्र एक अर्धशतक बनाया है और वह अपनी प्रतिभा के साथ पूरी तरह न्याय नहीं कर पाए हैं। पंत ने 16 वनडे के अपने करियर में मात्र एक अर्धशतक बनाया है। पंत विस्फोटक बल्लेबाज है और उनमें मैच का रुख बदलने की क्षमता है लेकिन निर्णायक मौकों पर विकेट गंवाने की कमजोरी उनके आड़े आ रही है। ऐसे में आईपीएल का 13वां सीजन दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाज पंत के करियर के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। 

दिल्ली के पंत के लिए आईपीएल हालांकि अच्छा मंच रहा है जहां उन्होंने अंतररष्ट्रीय क्रिकेट के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। आईपीएल के आंकड़ों को देखें तो पंत ने पिछले तीन सत्र में न केवल अपनी टीम की ओर से बल्कि टूर्नामेंट के सभी खिलाड़यिों के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया है। पंत पिछले तीन सत्रों के दौरान सबसे ज्यादा रन और छक्के जड़ने वाले खिलाड़ी हैं। किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर अपनी छाप छोड़ने वाले पंत ने पिछले तीन आईपीएल सत्रों में 88 छक्कों की मदद से 1538 रन बनाए हैं।

उनके बाद उनके दिल्ली टीम साथी शिखर धवन ने 1497, सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर ने 1333 और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली ने 1302 रन बनाए हैं। 22 वर्षीय पंत ने आईपीएल में 54 मैचों में 36 के औसत से 1736 रन बनाए हैं। 50 से ज्यादा आईपीएल मैच खेलने वाले खिलाड़ियों में पंत मुंबई इंडियन्स के कीरोन पोलार्ड और इयान हार्वे के अलावा तीसरे ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका औसत 30 से ऊपर और स्ट्राइक रेट 150 से अधिक है।