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स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय दिग्गजों में शामिल रोहित शर्मा ने पूर्व विकेटकीपर विद्धिमान साहा की जमकर तारीफ की और उन्हें देश का सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बताया। रोहित ने साहा के तकनीकी कौशल, तेज और वेरिएबल गेंदों के खिलाफ अद्भुत पकड़ और स्टंपिंग की क्षमता को उनकी महानता का आधार बताया। उन्होंने कहा कि साहा ने जडेजा और अश्विन जैसे विश्वस्तरीय स्पिनरों के सामने भी असंभव कैच को आसान बना दिया, जो उन्हें भारत का सबसे क्लासिकल और कुशल विकेटकीपर बनाता है।

रोहित की राय – साहा का तकनीकी जादू

रोहित शर्मा ने कहा, 'हमने भारत में ऐसा विकेटकीपर कभी नहीं देखा। साहा भारत के सबसे बेहतरीन कीपर हैं। टेस्ट मैच में गेंद अक्सर घूमती और नीची रहती है। जडेजा और अश्विन जैसी स्पिनरों के सामने गेंद पकड़ना बेहद मुश्किल है, लेकिन साहा ने हर चुनौती को सहजता से पार किया।'

सबसे अंडररेटेड खिलाड़ी

रोहित ने यह भी कहा कि साहा भारतीय क्रिकेट के सबसे कम-सराहे गए खिलाड़ियों में से हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में साहा की भूमिका की तुलना धोनी और पंत से की और बताया कि साहा की पारंपरिक स्टाइल, फुटवर्क और स्टंपिंग तकनीक उन्हें अलग पहचान देती है।

साहा का रिकॉर्ड

विद्धिमान साहा ने 40 टेस्ट मैचों में 104 डिसमिसल्स दर्ज किए, जिनमें 92 कैच और 12 स्टंपिंग्स शामिल हैं। बल्लेबाजी में उन्होंने 1,353 रन बनाए, जिनमें 3 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। जबकि ओडीआई में उनके अवसर सीमित रहे, केवल 9 मैचों तक। इसके मुकाबले, MS धोनी ने 90 टेस्ट में 294 डिसमिसल्स दर्ज किए, जिनमें 256 कैच और 38 स्टंपिंग्स शामिल हैं। उनकी बल्लेबाजी में 4,876 रन आए, जिनमें 6 शतक और 33 अर्धशतक थे।

दो अलग शैली के कीपिंग के प्रतिनिधि

धोनी की कीपिंग में तेज रिफ्लेक्स, गेम मैनेजमेंट और दबाव में नेतृत्व प्रमुख था, जबकि साहा पारंपरिक स्टाइल, तकनीकी कौशल और स्टंपिंग में क्लासिकल मास्टरी दिखाते हैं। रोहित के अनुसार, साहा का प्रदर्शन आधुनिक भारतीय क्रिकेट में उन्हें सबसे अलग और उत्कृष्ट विकेटकीपर बनाता है।