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नई दिल्ली : ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा और पीवी सिंधु तथा दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर सहित भारतीय खेल जगत ने पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले पर शोक व्यक्त करते हुए इसकी कड़ी निंदा की। आतंकवादियों ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में एक प्रमुख पर्यटक स्थल पर हमला किया, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। 

चोपड़ा ने एक्स पर लिखा, ‘जम्मू-कश्मीर में हुए दुखद हमले से दिल दहल गया है। पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूं।' 

सिंधु ने भी एक भावुक पोस्ट में लिखा, ‘पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए मेरा दिल दुखता है। इतना दर्द। इतना नुकसान। कोई भी किसी भी कारण से ऐसी क्रूरता को उचित नहीं ठहरा सकता। पीड़ित परिवारों का दुख शब्दों से परे है, लेकिन आप अकेले नहीं हैं। हम आपके साथ हैं।' 

तेंदुलकर ने लिखा, ‘प्रभावित परिवार एक अकल्पनीय परीक्षा से गुजर रहे होंगे। भारत और दुनिया दुख की इस घड़ी में उनके साथ है। हम लोगों की मौत पर शोक मनाते हैं और न्याय के लिए प्रार्थना करते हैं।' 

विराट कोहली ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, ‘पीड़ितों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना। जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों को शांति और शक्ति मिले और उन्हें क्रूर कृत्य के लिए न्याय मिले, इसके लिए प्रार्थना करता हूं।'

इसी तरह की भावनाएं जसप्रीत बुमराह और सूर्यकुमार यादव जैसे अन्य शीर्ष खिलाड़ियों ने भी व्यक्त कीं। तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने एक भावनात्मक संदेश पोस्ट किया जिसमें उन्होंने न्याय की गुहार लगाई। सिराज ने लिखा, ‘धर्म के नाम पर निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना और उनकी हत्या करना पूरी तरह से गलत है। यह कैसी लड़ाई है जहां इंसान की जान की कोई कीमत ही नहीं है। मुझे उम्मीद है कि यह पागलपन जल्द ही खत्म होगा और इन आतंकवादियों को दंडित किया जाएगा।' 

भारत के पूर्व क्रिकेटर श्रीवत्स गोस्वामी ने कड़े शब्दों में एक पोस्ट लिखा, जिसमें पाकिस्तान के साथ सभी खेल संबंधों को खत्म करने की मांग की गई। गोस्वामी ने लिखा, ‘और यही कारण है कि मैं कहता हूं - आप पाकिस्तान के साथ क्रिकेट न खेलें। अभी नहीं। कभी नहीं। जब बीसीसीआई या सरकार ने पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत को भेजने से इनकार कर दिया, तो कुछ लोगों ने यह कहने का साहस किया, ओह, लेकिन खेल को राजनीति से ऊपर उठना चाहिए। निर्दोष भारतीयों की हत्या करना पाकिस्तान का राष्ट्रीय खेल लगता है और भारत को इसका जवाब बल्ले या गेंद से नहीं बल्कि शून्य सहिष्णुता के साथ देना चाहिए।' 

भारत ने 2012-13 से पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेला है और बीसीसीआई ने इस साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया था। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज और भाजपा सदस्य विजेंदर सिंह ने भी कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, ‘आने वाले समय में हमारे वीर जवान इस कायरतापूर्ण हमले का मुंहतोड़ जवाब जरूर देंगे। भारत माता के वीर सपूतों की मौजूदगी में जो लोग जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करना चाहते हैं, उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।' 

भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने लिखा, ‘पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूं। इसके लिए जिम्मेदार लोगों को इसकी कीमत चुकानी होगी। भारत हमला करेगा।' 

ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने कहा, ‘पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से दिल दहल गया है। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। हमारी दुनिया में आतंक के लिए कोई स्थान नहीं है, हमें नफरत और हिंसा के खिलाफ एकजुट होना चाहिए।' 

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने कहा, ‘आज कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले से दिल टूट गया है। मैं पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों के इस कायरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं। भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी जांबाज सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ एकजुट है। न्याय की जीत होगी।' 

भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने लिखा, ‘इस कायराना हमले में अपनी जान गंवाने वाले सभी लोगों के परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदना है। इसे माफ नहीं किया जा सकता।' 

ओलंपिक पदक विजेता पूर्व हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश, शटलर साइना नेहवाल और दो बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज निकहत जरीन ने भी न्याय की गुहार लगाई। श्रीजेश ने लिखा, ‘निंदा पर्याप्त नहीं है, न्याय अवश्य होना चाहिए। हमारे दिलों में पहलगाम के लिए दर्द है। आतंक की कभी जीत नहीं होनी चाहिए। पहलगाम हमले में प्रभावित सभी लोगों के लिए प्रार्थना।'

लंदन ओलंपिक की कांस्य विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी साइना ने लिखा, ‘पहलगाम आतंकी हमला उन खतरों की दिल दहला देने वाली याद दिलाता है जिनका हम सामना कर रहे हैं। मेरी प्रार्थनाएं उन आत्माओं और उनके परिवारों के साथ हैं जिन्हें हमने खो दिया। डर फैलाने वाले जान लें कि भारत एकजुट है, और न्याय होगा। जय हिंद।' 

एक अन्य बैडमिंटन खिलाड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ने लिखा, ‘पहलगाम में आतंकवादी हमले से प्रभावित पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना। इस मुश्किल दौर से गुजर रहे सभी लोगों के लिए शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं।' 

जरीन ने कहा, ‘जो लोग निर्दोषों पर हमला करते हैं वे मानवता पर ही हमला करते हैं। पहलगाम में कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए।' भारत के पूर्व विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने लिखा, ‘आज कश्मीर में जो कुछ हुआ, उसे सुनकर हैरान और क्रोधित हूं। मुझे विश्वास है जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाएगा। पहलगाम में अपनी जान गंवाने वालों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।' 

शुभमन गिल और केएल राहुल की भारतीय बल्लेबाजी जोड़ी और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने भी शोक व्यक्त किया। गिल ने पोस्ट किया, ‘पहलगाम में हमले के बारे में सुनकर दिल दहल गया। मेरी प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। इस तरह की हिंसा के लिए हमारे देश में कोई जगह नहीं है।' 

राहुल ने लिखा, ‘कश्मीर में आतंकवादी हमले के बारे में सुनकर दिल दहल गया। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। शांति और शक्ति के लिए प्रार्थना करता हूं।' 

कुंबले ने कहा, ‘पहलगाम में हुए दुखद हमले के बारे में सुनकर दिल दहल गया। निरर्थक हिंसा में निर्दोष लोगों की जान चली गई। प्रभावित परिवारों के लिए शक्ति और शांति की प्रार्थना करता हूं। आइए नफरत के खिलाफ एक साथ खड़े हों।' 

पठान बंधुओं यूसुफ और इरफान ने भी गहरी पीड़ा व्यक्त की। इरफान ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ‘हर बार जब एक निर्दोष की जान जाती है तो मानवता हारती है। आज कश्मीर में जो हुआ उसे देखना और सुनना दिल दहला देने वाला है। मैं कुछ दिन पहले ही वहां था। यह दर्द बहुत करीब से महसूस होता है।' 

पश्चिम बंगाल के बहरामपुर से लोकसभा सांसद यूसुफ ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए भीषण आतंकी हमले से बहुत स्तब्ध और दुखी हूं। उन परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करता हूं। हिंसा के ऐसे कृत्यों के लिए हमारे समाज में कोई जगह नहीं है। शांति बनी रहे।' 

भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा, ‘कायरतापूर्ण कृत्य जिसका सामना देश को एकजुट होकर करना चाहिए।'