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विशाखापत्तनम: दक्षिण अफ्रीका की टीम को भारत के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले बड़ा झटका लगा है। तेज गेंदबाज नांद्रे बर्गर और टॉनी डी ज़ॉर्ज़ी चोट के कारण तीसरे वनडे से बाहर हो गए हैं। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बर्गर को दूसरे वनडे में हैमस्ट्रिंग इंजरी के कारण खेल से हटना पड़ा, जबकि डी ज़ॉर्ज़ी को चेज के दौरान 45वें ओवर में खिंचाव महसूस हुआ और उन्होंने 17 रन पर खुद को रिटायर किया।

टी20 सीरीज में भी नहीं खेल पाएंगे बर्गर

सीएसए के बयान के अनुसार बर्गर का टी20 सीरीज से भी बाहर होना तय है। हालांकि, अभी तक उनके रिप्लेसमेंट की घोषणा नहीं की गई है। इस चोट ने टीम के बैलेंस को प्रभावित किया है, क्योंकि बर्गर के अनुभव और गति पर टीम काफी भरोसा करती थी। वहीं, क्वेना मफ़ाका की रिहैबिलेशन भी पूरी नहीं हुई है और उन्हें भी टी20 दल से बाहर कर दिया गया।

टीम में शामिल हुए नए खिलाड़ी

टी20 टीम में मफ़ाका की जगह लुथो सिपामला को शामिल किया गया है। इस बदलाव के साथ दक्षिण अफ्रीका का दल अब इस प्रकार है: एडन मारक्रम (कप्तान), ओटनील बाटर्मैन, कॉर्बिन बॉश, डेवाल्ड ब्रेविस, क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), डोनावन फरेरा, रीज़ा हेंड्रिक्स, माकर यानसन, डेविड मिलर, केशव महाराज, जॉर्ज लिंडे, लुंगी एनगिडी, एनरिख नॉर्खिए, लुथो सिपामला और ट्रिस्टन स्टब्स।

चोटों का प्रभाव और टीम की रणनीति

बर्गर और डी ज़ॉर्ज़ी की चोट ने दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी विकल्पों को सीमित कर दिया है। टीम मैनेजमेंट को अब नए संयोजन और रणनीति के साथ उतरना होगा। टी20 सीरीज में तेज गेंदबाजों का रोल काफी अहम माना जाता है और बर्गर की गैरमौजूदगी में युवा गेंदबाजों पर दबाव बढ़ सकता है।

भारतीय टीम के लिए अवसर

भारत के लिए यह चोट एक मौका भी साबित हो सकती है। भारतीय बल्लेबाजों को कमजोरियों का फायदा उठाने और तेज गेंदबाजों के अभाव में बड़े स्कोर बनाने का अवसर मिलेगा। वहीं, दक्षिण अफ्रीका की टीम को नए खिलाड़ियों के साथ टी20 मैचों में तालमेल और समन्वय बनाए रखना होगा।