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नई दिल्ली : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रमिज राजा ने पाकिस्तानी भाला फेंक खिलाड़ी अरशद नदीम और पूर्व भारतीय ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा के बीच बढ़ती प्रतिद्वंद्विता पर अपनी प्रशंसा व्यक्त की है। नदीम ने पुरुषों की भाला फेंक में 92.97 मीटर के ओलंपिक रिकॉर्ड थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि चोपड़ा ने 89.45 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक जीता। नदीम और चोपड़ा के बीच प्रतिस्पर्धा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए राजा ने कहा कि दोनों महान चैंपियन हैं। मैं चाहता हूं कि इनके बीच एक अलग प्रतिद्वंद्विता है, जो जारी रहनी चाहिए।

 

राजा ने मियां चन्नू के एक छोटे से गांव से विश्व मंच तक पहुंचे नदीम की तारीफ करते कहा कि यह उनके लिए एक बड़ी जीत है। उनके बारे में सबसे आश्चर्यजनक बात उनका स्वभाव था। कोई अत्यधिक उत्सव नहीं था। कोई चिंता नहीं थी। वह दयालु दिखते थे लेकिन क्रूर भी। उनके अंदर जो लावा उबल रहा था वह उनके थ्रो में दिखाई दे रहा था। राजा ने चोपड़ा की खेल भावना को भी स्वीकार किया। राजा ने कहा कि जो चीज मुझे सबसे ज्यादा पसंद आई, वह उनका जमीनी रवैया था। उन्होंने माना कि चोपड़ा उस दिन एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ थे। उन्हें उस दिन एक भाला फेंकने वाले ने हराया था जो उनसे बेहतर था।

 

राजा ने इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच अधिक खेल प्रतियोगिताओं की वकालत की। उन्होंने दोनों देशों के बीच खेल संबंधों पर राजनीति के प्रभाव पर अफसोस जताया और इस बात पर जोर दिया कि प्रशंसकों को इस तरह के आयोजनों से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। राजा ने तर्क दिया कि प्रशंसकों को राजनीति के कारण नुकसान क्यों उठाना चाहिए? प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। यह सबसे बड़ा तमाशा है। दुनिया इसका इंतजार करती है।

 

पीसीबी अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान राजा ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज की हमेशा वकालत की। उन्होंने दोनों देशों से इन बाधाओं से आगे बढ़ने और प्रतिस्पर्धा की भावना को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने अंत में कहा कि मुझे लगता है कि हमें आगे बढ़ने की जरूरत है। आइए हम एक-दूसरे के खिलाफ खेलने की दिशा में काम करें।