खेल डैस्क : वानखेड़े स्टेडियम में जब भारतीय टीम अंतिम टेस्ट मैच के लिए उतरेगी तो उनका एकमात्र लक्ष्य घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज में व्हाइटवॉश से बचना होगा। रिपोर्टों से पता चलता है कि भारतीय टीम प्रबंधन ने वानखेड़े में रैंक टर्नर पिच का अनुरोध किया है। पुणे टेस्ट में भारत रैंक टर्नर पर ही घिर गया था। मिचेल सेंटनर ने पुणे टेस्ट में 13 विकेट लिए। भरत के 20 में से 19 विकेट स्पिन को गए लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम आखिरी टेस्ट के लिए रैंक टर्नर पर ही भरोसा कर रही है। बहरहाल, भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए यहां जीतना जरूरी है। आइए जानते हैं वानखेड़े स्टेडियम का आंकड़ा-
टेस्ट में वानखेड़े स्टेडियम पर भारत का रिकॉर्ड
भारत ने पिछले कुछ वर्षों में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 26 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से 12 में जीत हासिल की है। मेजबान टीम को 7 मैचों में हार मिली है, जबकि बाकी 7 मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए हैं। दूसरी ओर, न्यूजीलैंड ने इस मैदान पर केवल 3 मैच खेले हैं, जिनमें से 2 में हार और 1 में जीत मिली है। वानखेड़े में आखिरी टेस्ट मैच भी भारत और न्यूजीलैंड के बीच था, जिसमें भारत 2021 में 372 रनों के अंतर से विजयी हुआ था।
वानखेड़े स्टेडियम में भारतीय बल्लेबाजों के सर्वाधिक रन
सुनील गावस्कर : 11 मैच, 1122 रन
सचिन तेंदुलकर : 11 मैच, 921 रन
दिलीप वेंगसरकर : 10 मैच, 631 रन
राहुल द्रविड़ : 7 मैच, 619 रन
सैयद किरमानी : 9 मैच, 477 रन
विराट कोहली : 5 मैच, 469 रन
वानखेड़े स्टेडियम में भारतीय गेंदबाजों के सर्वाधिक विकेट
रविचंद्रन अश्विन : 5 मैच, 38 विकेट
अनिल कुंबले : 7 मैच, 38 विकेट
कपिल देव : 11 मैच, 28 विकेट
हरभजन सिंह : 5 मैच, 24 विकेट
केडी घारवी : 6 मैच, 23 विकेट
क्या होती है लाल मिट्टी की पिच
परंपरागत रूप से लाल मिट्टी की पिच वास्तविक उछाल और कैरी प्रदान करती है, जिसका अर्थ है कि यह शुरुआत में तेज गेंदबाजों के लिए उपयुक्त है। यह बल्लेबाजों को अपने शॉट्स खेलने की छूट देती है। काली मिट्टी की पिचों की तुलना में, लाल मिट्टी की पिचें कम पानी सोखती हैं और जल्दी टूटने लगती हैं, जिससे स्पिनरों को दूसरे या तीसरे दिन से खेलने में मदद मिलती है। यदि वानखेड़े में लाल मिट्टी की पिच का उपयोग किया जाता है तो दूसरे तीसरे दिन स्पिनर अहम भूमिका में होंगे।