खेल डैस्क : हैदराबाद में बांग्लादेश के खिलाफ शानदार टी20 शतक लगाने के बाद संजू सैमसन की नजर अब भारत की टेस्ट टीम में जगह बनाने पर है। संजू सैमसन ने 40 गेंदों पर ही शतक लगाया था जोकि किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा लगाया गया दूसरा सबसे तेज शतक था। 29 वर्षीय खिलाड़ी शुक्रवार से बेंगलुरु में कर्नाटक के खिलाफ शुरू होने वाले आगामी रणजी ट्रॉफी मैच के लिए अपनी राज्य टीम केरल में शामिल हो गए। सैमसन ने इस दौरान कहा कि मेरा मानना है कि मेरे पास लाल गेंद वाले क्रिकेट में सफल होने का कौशल है और मैं खुद को सिर्फ सफेद गेंद वाले क्रिकेट तक ही सीमित नहीं रखना चाहता। मेरी इच्छा भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने की है। दलीप ट्रॉफी से पहले, नेतृत्व समूह ने मुझे बताया था कि वे रेड-बॉल क्रिकेट के लिए मेरे बारे में सोच रहे हैं और इसे गंभीरता से लेने और अधिक रणजी ट्रॉफी मैच खेलने के लिए कहा था।
सैमसन ने कहा कि इस बार मेरी तैयारी अच्छी थी। श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला के बाद, मैंने राहुल द्रविड़ सर और जुबिन भरूचा के साथ आरआर (राजस्थान रॉयल्स) अकादमी में प्रशिक्षण लिया और अपने खेल पर काम किया। सैमसन ने कहा, दलीप ट्रॉफी में शतक ने मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया है क्योंकि यह देश के कुछ सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों के खिलाफ आया था। हाल ही में सैमसन ने दलीप ट्रॉफी में हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने अनंतपुर में दूसरे और तीसरे राउंड में इंडिया डी के लिए खेला था। केरल के इस बल्लेबाज ने अपनी दूसरी उपस्थिति में ही अपना 11वां प्रथम श्रेणी शतक लगाया।
बहरहाल, सैमसन की बल्लेबाज देखकर पंजाब किंग्स के बल्लेबाज जितेश शर्मा ने भी उनकी खूब तारीफ की। जितेश ने कहा कि संजू सैमसन की बल्लेबाजी देखने के बाद यह एक सुखद अनुभव था। वह हमेशा से बहुत अच्छे बल्लेबाज रहे हैं और एक टीम के तौर पर हम जानते थे कि वह एक दिन इसी तरह की पारी खेलेंगे। मैं डगआउट से उनकी पारी देख रहा था और मैं उनके लिए तालियां बजाना और उनका उत्साहवर्धन करना बंद नहीं कर सका। उनकी पारी लाजवाब थी। सभी ने इसका लुत्फ़ उठाया। वह एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और मैं हमेशा उनसे सीखना चाहता हूं।