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गुवाहाटी: धीमे स्ट्राइक रेट के लिए आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। केएल राहुल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुवाहटी में दूसरे टी20 दौरान आक्रामक अर्धशतक जड़ा।  सलामी बल्लेबाज राहुल ने 200 के स्ट्राइक रेट से अर्धशतकीय पारी के बाद अपने आलोचकों पर पलटवार करते हुए कहा कि वह ‘पारी की मांग' के अनुसार बल्लेबाजी करते हैं। राहुल ने दूसरे टी-20 में आलोचकों को चुप कराते हुए 28 गेंद में 57 रन की पारी खेली।

गौर हो कि एशिया कप और फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तिरुवनंतपुरम में श्रृंखला के पहले मैच में 56 गेंद में 51 रन की पारी के बाद उप कप्तान राहुल के स्ट्राइक रेट को लेकर सवाल उठे थे। राहुल ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा- ज्यादा स्ट्राइक रेट से रन बनाना इस पारी की मांग थी। जब आप पहले बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो आप स्पष्ट रूप से परिस्थितियों का आकलन करने के लिए खुद को कुछ ओवर देना चाहते हैं। यह देखने के लिए कि आप कौन से शॉट खेल सकते हैं। हम हमेशा अधिक आक्रामक होने का प्रयास करते हैं, बहुत सारे जोखिम उठाते हैं। आज मेरे से इसी तरह की पारी की जरूरत थी और मुझे खुशी है कि मैंने यह पारी खेली।

राहुल भारतीय तेज गेंदबाजों के बचाव में भी आए जिन्होंने दूसरे टी-20 में एक बार फिर खराब प्रदर्शन किया। भारत ने 237 रन के लक्ष्य का बचाव करते हुए दक्षिण अफ्रीका के 47 रन पर तीन चटका दिए थे, लेकिन भारतीय गेंदबाजी मेजबान टीम के डेविड मिलर और क्विंटन डिकॉक के बीच 174 रन की साझेदारी को तोड़ने में असमर्थ रही। डिकॉक और मिलर दोनों टीम को यादगार जीत के लगभग करीब ले गए थे। राहुल ने तेज गेंदबाजों का बचाव करते हुए कहा की अगर तेज गेंदबाजी इतनी बड़ी चिंता होती तो मुझे नहीं लगता कि हम इतने मैच जीत पाते। आज का दिन उन दिनों में से एक था जब हमारे गेंदबाज 10 में से सात गेंद सही नहीं डाल सकते थे लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि ऐसा होता रहेगा। 

राहुल ने कहा कि पिछले मैच में उन्होंने विरोधी टीम को 106 रन पर रोक दिया था और आज उन्होंने काफी रन दिए। आपको परिस्थितियों, पिच को भी ध्यान में रखना होगा। यहां  ओस थी इसलिए गेंदबाजों के लिए गेंद को पकड़ना मुश्किल हो रहा था और जब विरोधी टीम 240 रनों का पीछा कर रही हो तो आप जानते हैं कि बल्लेबाज कड़ा रुख अपनाएंगे और हर गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश करेंगे।