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स्पोर्ट्स डेस्क : आईपीएल 2026 से पहले सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) की रणनीति को लेकर बहस तेज़ हो गई है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने टीम के बॉलिंग कॉम्बिनेशन पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि फ्रेंचाइजी ने बल्लेबाज़ी को प्राथमिकता दी है, लेकिन गेंदबाज़ी में युवा और भरोसेमंद विकल्पों की कमी साफ़ दिखती है। उथप्पा के मुताबिक, अगर यही संतुलन रहा तो लंबे टूर्नामेंट में SRH को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। 

मजबूत बैटिंग कोर, वही पुराना फॉर्मूला

सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल 2026 से पहले अपनी कोर टीम को लगभग जस का तस रखा है। ट्रैविस हेड, अभिषेक शर्मा, पैट कमिंस, नीतीश कुमार रेड्डी और हेनरिक क्लासेन जैसे खिलाड़ी पहले से ही टीम का हिस्सा हैं। आईपीएल 2025 में भी SRH की पहचान आक्रामक बल्लेबाज़ी के रूप में बनी थी और फ्रेंचाइजी ने मिनी ऑक्शन में भी उसी रास्ते पर चलने का फैसला किया।

मिनी ऑक्शन में बड़े नाम, लेकिन गेंदबाज़ी पर सवाल

आईपीएल 2026 के मिनी ऑक्शन में SRH ने करीब 13 करोड़ रुपये खर्च कर सलिल अरोड़ा, जैक एडवर्ड्स और इंग्लैंड के विस्फोटक ऑलराउंडर लियाम लिविंगस्टोन को अपने साथ जोड़ा। इसके अलावा कुछ युवा और अनकैप्ड खिलाड़ियों को भी स्क्वाड में शामिल किया गया। हालांकि, रॉबिन उथप्पा का मानना है कि इन खरीदों से टीम की बॉलिंग यूनिट को वैसी मजबूती नहीं मिली, जिसकी ज़रूरत एक खिताबी दावेदार को होती है।

उथप्पा की सबसे बड़ी चिंता: युवा गेंदबाज़ों की कमी

उथप्पा ने साफ कहा कि SRH ने किसी ऐसे भारतीय गेंदबाज़ को नहीं चुना, जो पैट कमिंस, हर्षल पटेल या जयदेव उनादकट को लगातार सपोर्ट दे सके। उनके मुताबिक, हर्षल और उनादकट विकेट लेने में सक्षम हैं, लेकिन अक्सर रन भी काफी दे जाते हैं। वहीं, पैट कमिंस अकेले ऐसे गेंदबाज़ हैं जो एक छोर संभाल सकते हैं। नीतीश कुमार रेड्डी अभी एक ऑलराउंडर के तौर पर विकसित हो रहे हैं, ऐसे में उनसे पूरी बॉलिंग ज़िम्मेदारी की उम्मीद करना सही नहीं होगा।

लियाम लिविंगस्टोन की भूमिका पर भी सवाल

उथप्पा ने लियाम लिविंगस्टोन की टीम में फिटिंग को लेकर भी सवाल खड़े किए। उनके अनुसार, SRH के पास पहले से ही ट्रैविस हेड, हेनरिक क्लासेन और पैट कमिंस जैसे विदेशी खिलाड़ी लगभग तय विकल्प हैं। ऐसे में लिविंगस्टोन को प्लेइंग इलेवन में कहां जगह मिलेगी, यह स्पष्ट नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा लगता है मानो SRH हर मैच में 250–300 रन बनाने की रणनीति पर चल रही है, लेकिन अगर स्कोर डिफेंड करना पड़ा तो बॉलिंग की कमजोरी सामने आ सकती है।

अनिल कुंबले की राय: फैसला दिलचस्प, लेकिन जोखिम भरा

पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने भी SRH के फैसलों पर अपनी राय रखी। कुंबले के अनुसार, लियाम लिविंगस्टोन जैसे खिलाड़ी T20 क्रिकेट में मैच विनर होते हैं और कुछ ओवरों में खेल पलट सकते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जब टीम के पास पहले से ही तीन विदेशी स्लॉट लगभग फिक्स हैं, तो 13 करोड़ रुपए खर्च करना एक दिलचस्प और थोड़ा जोखिम भरा फैसला बन जाता है, खासकर तब जब बॉलिंग विकल्प सीमित दिख रहे हों।

IPL 2026 में संतुलन ही बनेगा असली परीक्षा

रॉबिन उथप्पा की टिप्पणी ने SRH की रणनीति पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। बल्लेबाज़ी भले ही टीम की सबसे बड़ी ताकत हो, लेकिन लंबे टूर्नामेंट में खिताब जीतने के लिए संतुलित बॉलिंग अटैक भी उतना ही ज़रूरी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि IPL 2026 में SRH अपनी बॉलिंग की इस कमी को कैसे संभालती है और क्या उनकी आक्रामक बैटिंग रणनीति उन्हें ट्रॉफी तक पहुंचा पाती है या नहीं।