लंदन : इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली का अपार योगदान आंकड़ों से कहीं अधिक है और किसी भी ‘सामान्य' चीज से संतुष्ट न होने की उनकी अदम्य भावना ने ही शायद उन्हें संन्यास लेने के फैसले के लिये प्रेरित किया। कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से विदा ले ली। 36 वर्ष के कोहली टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े प्रचारक ही नहीं थे बल्कि भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी थे।
हुसैन ने एक पॉडकास्ट पर कहा, ‘वह चैम्पियन है । वह जीत का लक्ष्य लेकर ही खेलता है और उसके लिए बेचैन रहता है। कोहली के लिए सब कुछ जीतने के बारे में ही है। इसलिए तो लक्ष्य का पीछा करने में वह माहिर है। अगर वह 100 फीसदी नहीं दे सकता होगा तो मैदान पर नहीं उतरेगा। वह हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने ही उतरता है।'
हुसैन ने कहा, ‘हो सकता है कि उसने संन्यास का फैसला भी इसलिए ही लिया हो। वह आम क्रिकेटर नहीं बनना चाहता। वह कुछ खास करना चाहता है। उसने भारत को वह ताकत बनाया जो वह आज है।' उन्होंने कहा, ‘मैं पिछले 14 साल से कोहली का बड़ा प्रशंसक रहा हूं। उसके आंकड़े खुद उसके बारे में कहते हैं। लेकिन वह आंकड़ों से बहुत आगे कुछ है। उसकी शख्सियत, स्वैग और जुनून। हम भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को जानते हैं और क्रिकेट उनके लिए बहुत मायने रखता है।'
उन्होंने कहा, ‘क्रिकेट को लेकर इतना जुनून भारत में कोहली से ज्यादा किसी ने नहीं जगाया। वह अविश्वसनीय क्रिकेटर है। वह भारत को नंबर एक तक ले गया जहां टीम 42 महीने तक रही। उसने उनके क्रिकेट खेलने का तरीका बदल दिया।' इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आथरटन ने इसी पॉडकास्ट में कहा, ‘हमें नहीं पता कि अब चौथे नंबर पर कौन उतरेगा लेकिन उसे कोहली की जगह लेनी है और यह आसान नहीं है। पंद्रह साल तक कोहली और उससे पहले सचिन तेंदुलकर।'