स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय वनडे टीम में बड़ा बदलाव हो चुका है। रोहित शर्मा से कप्तानी की कमान अब शुभमन गिल को सौंप दी गई है, जिससे रोहित के वनडे नेतृत्व का दौर खत्म हो गया। चयन समिति के प्रमुख अजीत अगरकर ने इस फैसले की पुष्टि की, जिसके बाद क्रिकेट जगत में चर्चा तेज़ हो गई। हालांकि, टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर ने इस बदलाव को “आवश्यक कदम” बताया और कहा कि रोहित शर्मा खुद भी इस फैसले से सहमत हैं।
“2027 विश्व कप की तैयारी का हिस्सा है यह बदलाव”
गावस्कर ने कहा कि यह फैसला भारत की 2027 वनडे विश्व कप की तैयारी को ध्यान में रखकर लिया गया है। “अगर हम अगले दो सालों का अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर देखें, तो भारत बहुत कम वनडे खेलेगा। ऐसे में, केवल वनडे खेलने वाले खिलाड़ी के लिए मैच फिट रहना मुश्किल है,” गावस्कर ने स्पोर्ट्स तक से बातचीत में कहा।
“रोहित भी समझते हैं टीम की प्राथमिकता”
गावस्कर के अनुसार, रोहित शर्मा व्यक्तिगत तौर पर इस फैसले से नाराज़ नहीं हैं। उन्होंने कहा, “टीम पहले आती है। रोहित ने देश के लिए बहुत कुछ किया है, चैंपियंस ट्रॉफी और टी20 विश्व कप जिताया। लेकिन अगर हमें दो साल आगे सोचना है, तो एक युवा कप्तान को तैयार करना ही समझदारी है, और रोहित इस बात से पूरी तरह सहमत हैं।”
“आने वाले महीनों में और बुरी खबरें आ सकती हैं”
गावस्कर ने आगे कहा कि यह बदलाव भारतीय टीम प्रबंधन की “नई दिशा” की शुरुआत है और भविष्य में और बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं। उन्होंने कहा, “अगर कोई खिलाड़ी यह तय नहीं कर पा रहा कि वह अगले दो साल तक वनडे खेलेगा या नहीं, तो उसके लिए टीम में बने रहना मुश्किल हो जाएगा। आने वाले महीनों में कुछ और कड़े फैसले देखने को मिल सकते हैं।”
“रोहित को अब घरेलू क्रिकेट खेलना होगा”
गावस्कर ने यह भी सुझाव दिया कि अगर रोहित वनडे टीम में वापसी चाहते हैं, तो उन्हें विजय हज़ारे ट्रॉफी जैसी घरेलू टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेना चाहिए ताकि मैच फिटनेस बनी रहे। उन्होंने कहा, “सिर्फ पाँच-सात वनडे से कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीता जा सकता, इसके लिए लगातार अभ्यास जरूरी है।”