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जोहान्सबर्ग: दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने भारत दौरे के दौरान हुई “अप्रिय” टिप्पणियों पर खुलकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि उन्हें जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत की ओर से हुई माफी मिली, जबकि टीम के कोच शुकरी कॉनराड को अपने प्रसिद्ध “ग्रॉवल” बयान के लिए बेहतर शब्द चुनने चाहिए थे।

भारत दौरा और प्रदर्शन

दक्षिण अफ्रीका का यह दौरा बिना किसी बड़े विवाद के पूरा हुआ। सीरीज में दो टेस्ट, तीन वनडे और पांच टी20 मैच खेले गए। टीम ने लंबे समय बाद भारत में टेस्ट में जीत दर्ज की, जबकि सफेद गेंद के मुकाबलों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

बुमराह-पंत से मिली माफी

बावुमा ने बताया, 'मैदान पर एक घटना हुई थी जिसमें उन्होंने मेरे बारे में कुछ कहा। अंततः वरिष्ठ खिलाड़ियों, ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह, ने आकर माफी मांगी। जब माफी दी गई, मैं इसके बारे में पूरी तरह अनजान था और मुझे हमारे मीडिया मैनेजर से पुष्टि करनी पड़ी।' उन्होंने कोलकाता में हुए पहले टेस्ट के दौरान हुई घटना का जिक्र किया, जिसमें बुमराह और पंत ने उन्हें “बौना” कहकर बुलाया था। बावुमा ने कहा, 'मैदान पर जो होता है वही रहता है, लेकिन आप इसे भूलते नहीं। इसे प्रेरणा और मोटिवेशन के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, कोई रंजिश नहीं रहती।'

कोच कॉनराड के बयान पर प्रतिक्रिया

बावुमा ने कॉनराड के दूसरे टेस्ट (गुवाहाटी) में दिए गए बयान पर भी चर्चा की। कॉनराड ने कहा था कि टीम भारतीय टीम को झुकाना चाहती थी, जिसे कुछ लोगों ने नस्लीय अर्थ वाली टिप्पणियों से जोड़कर देखा। बावुमा ने कहा कि उनके कोच को बेहतर शब्द चुनने चाहिए थे, और बाद में कॉनराड ने माफी भी मांगी। उन्होंने बताया, 'शुकरी ने वनडे सीरीज के बाद इस मुद्दे को सुलझाया और सही कहा कि उन्हें बेहतर शब्द चुनने चाहिए थे।'

भविष्य की चुनौती और अनुभव

बावुमा ने आगे कहा, 'मैं भारत में कठिन सीरीज की उम्मीद कर रहा था और यही अनुभव मिला। मानसिक रूप से कुछ घाव अभी भी हैं, लेकिन पिछला अनुभव बताता है कि यह कितना चुनौतीपूर्ण होने वाला है।'