पुणे: चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान और महाराष्ट्र के रणजी कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने अपनी टीम की 144 रनों की बड़ी जीत के बाद खेल भावना और नेतृत्व का शानदार उदाहरण पेश किया। पहली पारी में शतक लगाने के बावजूद, उन्होंने ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का पुरस्कार पृथ्वी शॉ के साथ साझा किया, जिन्होंने दूसरी पारी में सिर्फ 156 गेंदों पर 222 रन ठोकते हुए ऐतिहासिक वापसी की।
पृथ्वी शॉ का तूफ़ानी दोहरा शतक
कभी भारतीय क्रिकेट का उभरता सितारा माने जाने वाले पृथ्वी शॉ ने लंबे अंतराल के बाद धमाकेदार वापसी की। उन्होंने 72 गेंदों में शतक और 141 गेंदों में दोहरा शतक पूरा किया, जो रणजी ट्रॉफी की एलीट डिवीज़न में दूसरा सबसे तेज़ डबल सेंचुरी है, सिर्फ रवि शास्त्री (123 गेंदों, 1984-85) से पीछे।
रुतुराज का स्पोर्ट्समैनशिप भरा कदम
रुतुराज गायकवाड़ ने मैच के बाद कहा, “पृथ्वी की पारी ने मुकाबले का पूरा रुख बदल दिया। यह सम्मान उनका भी उतना ही है जितना मेरा।”
उनके इस कदम की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है। फैन्स ने उन्हें “ट्रू कैप्टन” और “स्पोर्ट्समैनशिप की मिसाल” बताया।
शॉ की वापसी की कहानी
IPL 2025 की नीलामी में अनसोल्ड रहने और 20 महीने तक शतक न लगाने के बाद पृथ्वी शॉ के लिए यह पारी करियर रिबर्थ जैसी रही। मुंबई छोड़कर महाराष्ट्र की टीम से जुड़ने के उनके फैसले ने उन्हें नई शुरुआत दी। अब वे फिर से ध्यान और लय दोनों में लौट आए हैं।