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स्पोर्ट्स डेस्क : अफगानिस्तान का सफर टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में हार के साथ भले ही समाप्त हो गया हो। लेकिन यह टीम के लिए शुरूआत है क्योंकि उन्होंने पहली बार किसी विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाई और इसके लिए ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीम को भी मात दी। टीम के कप्तान राशिद खान ने अफगानिस्तान को यहां तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। राशिद की जर्नी काफी प्रेरणादायक रही है जिन्होंने रिफ्यूजी कैंप से अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बनने तक का सफर तय किया है। 

राशिद खान 

जन्म: 20 सितंबर 1998, नांगरहार
प्रांत, अफगानिस्तान 
परिवार: पिता और 10 भाई-बहन 
शिक्षा: पाकिस्तान के इस्लामिया कॉलेज से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई
संपत्ति- लगभग 30 करोड़ रुपए 

शुरूआती दौर

राशिद का बचपन बेहद कठिनाई में बीता। 2001 में अफगानिस्तान में अमेरिका और तालिबान के बीच छिड़े युद्ध ने उनके परिवार को घर छोड़ना पड़ा और पाकिस्तान बॉर्डर के पास रिफ्यूजी कैंप में रहने लगे। पेशावर की गलियों में खेलते हुए राशिद का जीवन आगे बढ़ा। मैट्रिक की पढ़ाई के बाद उन्होंने 6 महीने तक अंग्रेजी की स्पेशल ट्यूशन ली और फिर इंग्लिश ट्यूशन पढ़ाने लगे। इंग्लिंश के अलावा राशिद पश्तो, दारी, उर्दू, और हिंदी भी बोल लेते हैं।

राशिद को डॉक्टर बनाना चाहती थी मां

राशिद पढ़ाई में बेहद होशियार थे। उनकी मां का सपना था कि राशिद बड़े होकर डॉक्टर बनें, लेकिन अफगानिस्तान में तालिबान और अमेरिका के बीच बार-बार होने वाले युद्ध के कारण उन्हें कभी अफगानिस्तान तो कभी पाकिस्तान में हना पड़ा। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हुई। 

यूट्यूब से सीखी गेंदबाजी

जब राशिद बड़े हो रहे थे तो उस समय पाकिस्तानी ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी का अलग ही क्रैज था। उनको देखकर राशिद ने भी वैसी ही बैटिंग और स्पिन सीखी। क्रिकेट के अभ्यास के लिए वे भाइयों के साथ घंटों खेलते और इस तरह उनका क्रिकेटर बनने का सफर शुरू हुआ। इस दौरान उन्होंने यूट्यूब से भी सीखा। वह पसंदीदा स्पिनर्स की तकनीक वीडियो देखकर सीखते थे। कई पाकिस्तानी और अफगान प्रशंसक उन्हें 'अफगान अफरीदी' भी कहते हैं। 

17  साल की उम्र में डेब्यू

2015 में मात्र 17 साल की उम्र में राशिद खान ने जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे और टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया। इसके बाद 2018 में उन्होंने भारत के खिलाफ पहला टेस्ट खेला। 2019 में मात्र 21 साल की उम्र में उन्हें टीम के तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी20) का कप्तान बना दिया गया। हालांकि इसी साल उन्हें हटाकर असगर अफगान को कप्तानी दे दी गई। 2024 के टी20 वर्ल्ड कप के लिए उन्हें एक बार फिर से टीम का कप्तान बनाया गया था। 

क्रिकेटर नहीं तो फुटबॉलर बनते

एक इंटरव्यू में राशिद ने बताया था कि अगर वे क्रिकेटर नहीं होते तो फुटबॉल में करियर बनाते। उन्हें बॉलीवुड फिल्मों का बेहद शौक है। सलमान उनके फेवरेट एक्टर हैं। 

करियर 

21 साल की उम्र में बने अफगानिस्तान टीम के कप्तान।
कुल 201 मैचों (टेस्ट, वनडे और टी20) में 269 विकेट लिए हैं। 
मात्र 53 मैचों में 100 टी20 अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने का रिकॉर्ड।
आईपीएल और बीबीएल सहित दुनियाभर की लगभग सभी बड़ी क्रिकेट लीग में हिस्सा लेना। 
राशिद पाकिस्तान की घरेलू टीम की ओर से भी खेल चुके हैं। 
2020 में आईसीसी ने राशिद खान को दशक का सर्वश्रेष्ठ पुरुष टी20 क्रिकेटर के रूप में सम्मानित किया था।