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स्पोर्ट्स डेस्क : रांची में खेले गए पहले वनडे में रोहित शर्मा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि क्यों उन्हें आधुनिक क्रिकेट का सबसे विनाशकारी ओपनर माना जाता है। बेहतरीन टाइमिंग और क्लासिक स्ट्रोक्स की बदौलत हिटमैन ने 51 गेंदों में 57 रन ठोकते हुए भारत को मजबूत शुरुआत दी। इसी दौरान उन्होंने वनडे इतिहास में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज बनने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। शाहिद अफरीदी को पछाड़ते ही तुलना शुरू हुई, जिस पर पूर्व क्रिकेटर अतुल वासन ने रोहित की उपलब्धि को “सेब और संतरे की तुलना” जैसा बताते हुए बड़ा बयान दिया। 

रोहित शर्मा की धमाकेदार पारी और नया विश्व रिकॉर्ड

पहले वनडे के दौरान रोहित शर्मा जब बल्लेबाजी करने उतरे, तो शुरुआत से ही उनके शॉट्स में वही पुरानी चमक दिखाई दी। उन्होंने 5 चौके और 3 शानदार छक्कों की मदद से 57 रन बनाते हुए टीम को मजबूत ओपनिंग दी। उनके ये तीन छक्के इतिहास में तब दर्ज हो गए जब वे वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। रोहित अब 352 छक्कों के साथ शीर्ष पर पहुंच गए हैं, वहीं शाहिद अफरीदी 351 छक्कों के साथ दूसरे स्थान पर खिसक गए। 

अफरीदी को पछाड़ने का रोहित का अनोखा अंदाज

इस उपलब्धि की सबसे खास बात यह है कि रोहित ने यह मुकाम सिर्फ 269 पारियों में हासिल कर लिया, जबकि अफरीदी ने 351 छक्के जड़ने के लिए 369 पारियां खेली थीं। यानी रोहित ने यह रिकॉर्ड 100 पारियां कम खेलकर तोड़ा। यह अंतर यह दर्शाता है कि रोहित ओपनर होते हुए भी लगातार टीम को आक्रामक शुरुआत देते रहे और अपने शॉट-मेकिन्ग से विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बनाए रखा। 

रोहित की तुलना अफरीदी से करना गलत : अतुल वासन

शाहिद अफरीदी और रोहित शर्मा की तुलना पर जब सवाल उठे, तो पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अतुल वासन ने स्पष्ट कहा कि दोनों की भूमिकाएं एक जैसी नहीं थीं, इसलिए उनकी तुलना उचित नहीं है। अतुल वासन ने कहा, “रोहित शर्मा एक ओपनर हैं, जबकि अफरीदी का रोल बाद में आकर तेजी से रन बनाने का था। एक ओपनर का इतना बड़ा रिकॉर्ड बनाना कहीं ज्यादा मुश्किल है। इसलिए इसे सेब और संतरे की तुलना जैसा कहना गलत नहीं होगा।” उन्होंने आगे कहा कि रोहित ने कम इनिंग्स में यह रिकॉर्ड बनाकर भारत के लिए अपने प्रभाव को साबित किया है। 

ओपनिंग में आक्रामकता ही रोहित की सबसे बड़ी ताकत 

अतुल वासन ने यह भी कहा कि रोहित की असली सफलता उनकी क्षमता है, शुरुआत में बड़े शॉट खेलने की हिम्मत और उच्च स्ट्राइक रेट बनाए रखना। उनके अनुसार, “जब आपका ओपनर इतने ज्यादा बड़े शॉट खेलता है, तो टीम की जीत की संभावना स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है। रोहित की ओपनिंग भारत के मैचों में सकारात्मक गति प्रदान करती है, जो उनके प्रभाव को साफ दिखाती है।” 

भारत की सफलता में अहम है रोहित की भूमिका 

रोहित शर्मा की विस्फोटक बल्लेबाजी ने पिछले एक दशक में भारत के सफर को नए स्तर पर पहुंचाया है। चाहे टेस्ट हो, टी20 हो या वनडे, उन्होंने हर फॉर्मेट में अपनी जगह पक्की की है। वनडे में छक्कों के किंग बन जाना न सिर्फ उनका व्यक्तिगत माइलस्टोन है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक ऐतिहासिक क्षण है।