खेल डैस्क : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार को आगामी दलीप ट्रॉफी के लिए टीमों की घोषणा की। यह टूर्नामेंट भारत के घरेलू रेड-बॉल सीज़न की शुरुआत का प्रतीक होगा, और 5 सितंबर को अनंतपुर (आंध्र प्रदेश) और बेंगलुरु में शुरू होगा। चारों टीमों के कप्तान भी सामने आ चुके हैं। इसमें शुभमन गिल, अभिमन्यु ईश्वरन, रुतुराज गायकवाड़, श्रेयस अय्यर को कप्तानियां सौंपी गई हैं।
टीम ए : शुभमन गिल (कप्तान), मयंक अग्रवाल, रियान पराग, ध्रुव जुरेल, केएल राहुल, तिलक वर्मा, शिवम दुबे, तनुश कोटियन, कुलदीप यादव, आकाश दीप, प्रसिद्ध कृष्णा, खलील अहमद, अवेश खान, विदवथ कावेरप्पा, कुमार कुशाग्र, शास्वत रावत।
टीम बी : अभिमन्यु ईश्वरन (कप्तान), यशस्वी जयसवाल, सरफराज खान, ऋषभ पंत, मुशीर खान, नितीश कुमार रेड्डी*, वाशिंगटन सुंदर, रवींद्र जड़ेजा, मोहम्मद सिराज, यश दयाल, मुकेश कुमार, राहुल चाहर, आर साई किशोर, मोहित अवस्थी, एन जगदीसन (सप्ताह)।
टीम सी : रुतुराज गायकवाड़ (कप्तान), साई सुदर्शन, रजत पाटीदार, अभिषेक पोरेल (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, बी इंद्रजीत, रितिक शौकीन, मानव सुथार, उमरान मलिक, विशाक विजयकुमार, अंशुल खंबोज, हिमांशु चौहान, मयंक मारकंडे, आर्यन जुयाल (विकेटकीपर), संदीप वारियर।
टीम डी : श्रेयस अय्यर (कप्तान), अथर्व तायडे, यश दुबे, देवदत्त पडिक्कल, ईशान किशन (विकेटकीपर), रिकी भुई, सारांश जैन, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, आदित्य ठाकरे, हर्षित राणा, तुषार देशपांडे, आकाश सेनगुप्ता, केएस भरत (विकेटकीपर) ,सौरभ कुमार।
दलीप ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है, जिसका इतिहास बहुत ही रोचक और महत्वपूर्ण है। इस ट्रॉफी की स्थापना 1959-60 में की गई थी और इसका नाम भारतीय क्रिकेट के पहले अध्यक्ष दलीप सिंह जी की याद में रखा गया था।
जानें दलीप ट्रॉफी का इतिहास
दलीप ट्रॉफी की शुरुआत 1959-60 में हुई। टूर्नामेंट का आयोजन चार जोनल टीमों (पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिणी) के बीच किया जाता था। 1996-97 से दलीप ट्रॉफी को नए प्रारूप में लाया गया, जिसमें भारतीय क्रिकेट के विभिन्न क्षेत्रीय टीमों के स्थान पर ‘अल-इंडिया’ टीमों का गठन किया गया। 2007-08 से 2010-11 तक, दलीप ट्रॉफी को विभिन्न ज़ोनल टीमों के बजाय एक ही टीम के खिलाड़ियों को लेकर खेला गया। दलीप ट्रॉफी ने कई प्रमुख क्रिकेटरों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान किया है। इसमें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ जैसे क्रिकेटरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।