स्पोर्ट्स डेस्क : पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान ने 19 सितंबर को बांग्लादेश के खिलाफ भारत के पहले टेस्ट के दौरान केएल राहुल के आउट होने पर निराशा व्यक्त की। एक साक्षात्कार में जहीर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि क्रीज पर जमने के बाद राहुल के पास लंबी पारी खेलने और शीर्ष क्रम के शुरुआत में ही ढहने के बाद भारत की बल्लेबाजी लाइनअप को स्थिर करने का सुनहरा अवसर था।
जहीर ने इस बात पर जोर दिया कि राहुल की अपनी शुरुआत को महत्वपूर्ण स्कोर में बदलने में असमर्थता एक चूका हुआ अवसर था, खासकर भारत की नाजुक स्थिति को देखते हुए। शुरुआती विकेटों के नुकसान के साथ राहुल से पारी को संभालने और भारत को अधिक सुरक्षित स्थिति में ले जाने की उम्मीद थी, लेकिन उनके आउट होने से भारत के संघर्ष में और इजाफा हुआ।
जहीर ने कहा, 'देखिए, जब टीम को आपकी जरूरत होती है, तो आप ऐसी पारी खेलना चाहते हैं जिससे आपकी टीम मुश्किल हालात से बाहर निकल सके। हमने टेस्ट मैचों में देखा है कि जब कोई बल्लेबाज क्रीज़ पर अच्छा समय बिताता है, तो हम उसे 'सेट' बल्लेबाज कहते हैं। केएल राहुल के साथ भी यही हुआ। वह क्रीज पर मुश्किल दौर से बाहर निकल गया, लेकिन एक ऑफ स्पिनर की गेंद पर सीधे आउट होना थोड़ा निराशाजनक है।'
चेन्नई टेस्ट के पहले दिन भारत का स्टार-स्टडेड बैटिंग ऑर्डर दबाव में लड़खड़ा गया। हसन महमूद की अगुआई में बांग्लादेश के गेंदबाजी आक्रमण ने शानदार प्रदर्शन किया और रोहित शर्मा, विराट कोहली तथा शुभमन गिल जैसे अहम खिलाड़ियों को जल्दी-जल्दी आउट किया। राहुल ने शुरुआत में ही लचीलापन दिखाया था, लेकिन अपनी शुरुआत का फायदा उठाने में विफल रहे और सिर्फ 16 रन बनाकर आउट हो गए जिससे भारत की बैटिंग की समस्या और बढ़ गई। लेकिन रविंद्र जडेजा के अर्धशतक और अश्विन के शतक के भारत को पहले दिन मुसीबत से निकाला और टीम 339/6 का स्कोर बनाने में कामयाब रही।