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स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल की एक तस्वीर इंटरनेट पर वायरल है जिसमें उन्हें अपने पिता के साथ पानी पानी पूरी बेचते हुए दिखाया गया है। रिपोर्ट्स में दावा भी किया गया कि यशस्वी अपनी जीवनी चलाने के लिए पानी-पूरी बेचते थे। लेकिन इस तस्वीर को लेकर यशस्वी के बचपन के कोच ज्वाला सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए इस तस्वीर को झूठा बताया है। 

यह स्टोरी साल 2019 में पहली बार वायरल हुई थी और यशस्वी उस समय अंडर-19 जूनियर वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा थे। जब उन्होंने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाया तो लोगों ने उनके मुश्किल दिनों के बारे में बात करना शुरू किया और तभी से एक फोटो भी वायरल हो गई जिसमें वह अपने पिता के साथ पानी-पूरी बेचते नजर आ रहे हैं। 

यशस्वी के बचपन के कोच ने इस बारे में एक मीडिया हाउस से बातचीत में कहा, 'मैं एक बार फिर कहता हूं कि मैंने और यशस्वी ने पैसों के लिए कभी पानी-पूरी नहीं बेची। मैं पहले भी मीडिया में यह बात कह चुका हूं कि उसने 2013 से क्रिकेट की ट्रेनिंग के बाद से पानी-पूरी नहीं बेची है। 

उन्होंने आगे कहा, यह अच्छी हैडलाइन है लेकिन इसमें 5 प्रतिशत ही सच्चाई है। जब वह पहली बार मुंबई आया और टेंट में रहा तो कुछ दिनों के लिए ऐसा किया होगा। उसके पास मुलभूत सुविधाएं, जैसे रहना, बिजली, खाना नहीं था और सावन के महीने में टेंट में रहता था। उस समय वह कुछ रेहड़ी वालों की मदद किया करता था और इसके लिए उसे कुछ पैसे मिलते थे। लेकिन जब मैंने उसकी ट्रेनिंग शुरू की तो सब रोक दिया और वह मेरी निगरानी में रहा। 

यशस्वी को पहली बार 2020 में अंडर-19 विश्व कप में मौका मिला था। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स ने उसे 2.40 करोड़ में खरीदा था। यशस्वी ने इंडिया ए टीम के लिए 2022 में शतक लगाता था और आईपीएल 2023 में उनके सफर ने उन्हें भारतीय टीम के लिए खेलने के लिए रास्ता दिया। टेस्ट में यादगार एंट्री के बाद उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 टीम में मौका दिया गया है और वह भारत की एशियन गेम्स का भी हिस्सा हैं।