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स्पोर्ट्स डेस्क: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला यशस्वी जायसवाल के लिए यादगार साबित हुआ। पहले और दूसरे मैच में नाकाम रहने वाले युवा ओपनर ने निर्णायक तीसरे मैच में अपनी पूरी क्षमता दिखाई और वनडे इंटरनेशनल में अपना पहला शतक जमाया।

विशाखापत्तनम के मैदान पर टीम इंडिया 271 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। पहले दो मैचों में क्रमशः 18 और 22 रन बनाने वाले जायसवाल पर दबाव था। हालांकि, शुभमन गिल की चोट के कारण उन्हें ओपनिंग का मौका मिला और उन्होंने इसे पूरी तरह भुनाया। शुरुआती धीमी पारी के बाद रोहित शर्मा के साथ मिलकर उन्होंने पारी को संभाला और 75 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया।

इसके बाद जायसवाल ने आक्रमक बल्लेबाजी शुरू की और 36वें ओवर की दूसरी गेंद पर 111 गेंदों में अपना पहला वनडे शतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने 1 छक्का और 10 चौके लगाकर दर्शकों का मन मोह लिया। अपने चौथे ही वनडे मैच में शतक जमा कर जायसवाल ने भारतीय क्रिकेट के लिए एक नई उम्मीद जगाई है। यह पारी यशस्वी जायसवाल के क्रिकेट करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई और दर्शकों तथा विशेषज्ञों के बीच उनके खेल की प्रशंसा का विषय बनी। टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी ने साबित कर दिया कि दबाव में भी धैर्य और रणनीति के साथ खेलकर बड़ी उपलब्धि हासिल की जा सकती है।